हरिपुर। देहरा विधानसभा क्षेत्र की हरिपुर तहसील के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बिलासपुर की जमीन की निशानदेही मंगलवार को भी नहीं हो सकी है। अब बुधवार यानी 11 दिसंबर को फिर निशानदेही रखी गई है। बुधवार को अगर दूसरी पार्टी हाजिर भी नहीं हुई तो भी निशानदेही की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी।
बता दें कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बिलासपुर की जमीन पर अवैध कब्जे का मामला सामने आया है। अवैध कब्जे को लेकर स्कूल प्रबंधन ने निशानदेही के लिए आवेदन किया है।
साथ ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी पत्र लिखा है। इसके बाद निशानदेही की प्रक्रिया में तेजी आई। 6 दिसंबर को निशानदेही की तिथि तय की गई। कानूनगो को इस बारे आदेश जारी कर दिए।
कानूनगो और पटवारी अन्य कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन दूसरी पार्टी ने फसल बीजने का हवाला देकर आपत्ति जताई। इसके बाद निशानदेही रूक गई।
अगले दिन यानी 7 दिसंबर को स्कूल प्रबंधन और एसएमसी हरिपुर तहसील कार्यालय पहुंची। तहसीलदार से जल्द निशानदेही करवाने की मांग की। साथ ही आरोप लगाया कि दूसरी पार्टी जानबूझकर निशानदेही प्रक्रिया को रोकने का प्रयास कर रही है।
तहसीलदार हरिपुर ने फिर कानूनगो को निशानदेही के आदेश जारी कर दिए। इसके लिए 10 दिसंबर की तिथि तय की गई। दूसरी पार्टी को भी सूचित किया गया। पर दूसरी पार्टी ने व्यस्तता के चलते निशानदेही से किनारा कर लिया। इसके चलते निशानदेही फिर रुक गई।
स्कूल प्रबंधन और एसएमसी का तर्क है कि स्कूल में कमरों का अभाव है। इसके चलते छात्रों और शिक्षकों को दिक्कत हो रही है। इसलिए जल्द से जल्द निशानदेही करवाई जाए, ताकि कमरों का निर्माण करवाया जा सके।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बिलासपुर की प्रिंसीपल शीला देवी ने बताया कि मंगलवार को निशानदेही को लेकर सूचना मिली थी। दूसरी पार्टी की तरफ से कोई भी हाजिर नहीं हुआ। इसके चलते निशानदेही नहीं हो पाई।
फील्ड कानूनगो वीरेंद्र सिंह ने कहा कि मंगलवार को निशानदेही में दूसरी पार्टी हाजिर नहीं हुई। अगली तारीख बुधवार को रखी गई है।
दूसरी पार्टी को तस्मानी के आदेश जारी कर दिए हैं। बुधवार को अगर दूसरी पार्टी हाजिर भी नहीं हुई तो भी निशानदेही की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
तहसीलदार हरिपुर सुरेश कुमार ने कहा कि दूसरी पार्टी के मौके पर न पहुंचने के चलते अब अगली तारीख दी गई है।