पढ़ाई और करियर का प्रेशर कहीं आपके बच्चे से न करवा दे कुछ गलत
ewn24news choice of himachal 04 Jan,2023 7:45 pm
NEET में तीन बार हुआ असफल होने के बाद युवक ने उठाया ये कदम
शिमला। मां-बाप कई बार बच्चों पर पढ़ाई और करियर को लेकर इतना ज्यादा प्रेशर डाल देते हैं कि बच्चा कुछ ऐसा कदम उठाने का मजबूर हो जाता है जिससे उसकी पूरी जिंदगी ही खत्म हो जाती है। कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है हिमाचल प्रदेश में।
बिलासपुर निवासी 20 साल के युवक पर घर वालों का ऐसा दबाव बना कि वह सही गलत सब भूल कर गलत कदम उठा बैठा। युवक ने सर्टिफिकेट के साथ छेड़छाड़ कर आईजीएमसी शिमला में एमबीबीएस में एडमिशन ले ली लेकिन जब वेरिफिकेशन हुई तो उसकी असलियत सबके सामने आ गई।
मामले में आरोपी छात्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी छात्र ने बताया कि उसके ऊपर NEET पास करने का प्रेशर था। छात्र के परिवार से अधिकतर डॉक्टर के पेशे में है जिसके चलते परिवार वालों ने छात्र पर डॉक्टर बनने का दबाव बनाया और इसका नतीजा ये हुआ कि उसने NEET के रिजल्ट में ही टेंपरिंग की। वह पहले भी तीन बार NEET दे चुका था, लेकिन क्वालीफाई नहीं हो पा रहा था। इसके बाद उसने किसी जानने वाली लड़की के नंबरों के साथ छेड़छाड़ की औऱ खुद ही नकली सर्टिफिकेट तैयार कर एडमिशन भी ले ली।
दरअसल, आईजीएमसी में एमबीबीएस पर फर्जी एडमिशन लेने का मामला आया सामने आया है जिसमें आईजीएमसी के प्रिंसिपल की तरफ से मिली शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया है। फर्जीवाड़ा एमबीबीएस में एडमिशन का है एक छात्र ने फर्जी दस्तावेज से एमबीबीएस में एडमिशन ले ली लेकिन जब दस्तावेज की वेरिफिकेशन हुई तो दस्तावेज नकली पाए गए।
आरोपी छात्र ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा एमबीबीएस में प्रवेश के लिए करवाई गई प्रवेश परीक्षा (नीट) के रिजल्ट में ही छेड़छाड़ कर खुद ही फर्जी सर्टिफिकेट तैयार किया। इसी सर्टिफिकेट के आधार पर वह अटल मेडिकल विश्वविद्यालय नेरचौक मंडी में आयोजित काउंसलिंग में शामिल हुआ। झूठे दस्तावेज के आधार पर उसका दाखिला आईजीएमसी शिमला में कंफर्म हो गया।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उसने कॉलेज में एडमिशन ली और नियमित कक्षाएं भी लगाना शुरू कर दीं। आरोपी बिलासपुर जिला के घुमारवीं के रहने वाला है। इसने जिस नाम के सर्टिफिकेट के साथ छेड़छाड़ की वह एक छात्रा का है। मामला सामने आने के बाद कॉलेज प्रशासन ने इसे कॉलेज से निष्कासित कर दिया है। वहीं, इसके खिलाफ लक्कड़ बाजार चौकी में शिकायत दर्ज करवाई गईं है जिसके आधार पर पुलिस ने छात्र को गिरफ्तार कर आगामी छानबीन शुरू कर दी है।
पुलिस की छानबीन में एक हैरान करने वाली बात सामने आई है। छात्र के परिवार से अधिकतर डॉक्टर के पेशे में है जिसके चलते परिवार वालों ने छात्र पर डॉक्टर बनने का दबाव बनाया है और इसका नतीजा ये हुआ कि न चाहते हुए भी छात्र ने फर्जी दस्तावेज बनाकर एमबीबीएस में एडमिशन ली। जिसके लिए छात्र के साथ-साथ परिवार भी काफी हद तक ज़िम्मेदार है।