तपोवन। 14वीं हिमाचल विधानसभा के पहले सत्र के पहले ही दिन सदन में जमकर हंगामा हुआ। सदन में विधायकों की शपथ के बाद विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष में काफी देर तक नोंक-झोंक चलती रही। डिनोटिफाई मुद्दे का विपक्ष ने विरोध किया।
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इस मसले पर चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि यदि विपक्ष बताएंगे कि नए खोले गए किन स्कूलों में आपकी सरकार ने कितना स्टाफ कितना भर्ती किया था तो इस पर चर्चा की जा सकती है। इस पर विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉक आउट कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की बीजेपी सरकार ने प्रदेश में चुनावी बेला में 900 दफ्तर खोले फिर भी प्रदेश की जनता ने उनको नकार दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने जगह-जगह गैर जरूरी दफ्तर खोले हैं। जहां जरूरत होगी, वहां जरूरत के हिसाब स्कूल, कॉलेज व चिकित्सा संस्थान खोले जाएंगे।
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उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने कई ऐसे CHC खोल दिए हैं, जिन्हें फार्मासिस्ट और कई स्कूलों को चपरासी चला रहे हैं। सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि पूर्व सरकार ने 380 स्कूल खोले, लेकिन स्टाफ तैनात नहीं किया गया। जो भर्तियां विचाराधीन होनी थी, उनके पेपर लीक हो गए।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार पर बदला-बदली की भावना से काम कर रही है। प्रदेश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि दफ्तर बंद करने से प्रदेश का भला होने वाला नहीं है।
सुंदरनगर में 1952 में खोली गई पुलिस चौकी को भी सुक्खू सरकार ने बंद किया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि बीते कल धर्मशाला के जोरावार मैदान में एक IPS अधिकारी की मौत हो जाती है और कांग्रेस का जश्न चलता रहता है, जबकि कांग्रेस को यह अभिनंदन समारोह रोक देना चाहिए था।