धर्मशाला G20 सम्मेलन शुरू-मंथन के साथ हिमाचली उत्पादों की ब्रांडिंग भी
ewn24news choice of himachal 19 Apr,2023 4:02 pm
70 देशों के प्रतिनिधि साइंस-प्रौद्योगिकी पर कर रहे मंथन
धर्मशाला। हिमाचल के धर्मशाला में G20 शिखर सम्मेलन शुरू हो गया है। विभिन्न देशों के 70 प्रतिनिधि धर्मशाला पहुंचे हैं। 19-20 अप्रैल को होने वाले G20 सम्मेलन में ‘रिसर्च एंड इनोवेशन इनिशिएटिव गैदरिंग‘ विषय के तहत नवीनतम अनुसंधान और नवाचारों पर चर्चा होगी। होटल रेडिसन ब्लू में साइंस-प्रौद्योगिकी पर चर्चा हो रही है तो बाहर प्रदर्शनी का आयोजन किया है। हिमाचल को दुनिया भर में ब्रांडिंग करने का एक बेहतर अवसर मिला है।
प्रदेश सरकार की ओर से G20 सम्मेलन के दौरान कॉन्फ्रेंस वेन्यू पर साइंस व प्रौद्योगिकी, हैंडीक्राफ्ट पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई है। इसमें आईएचबीटी पालमपुर और कृषि विश्वविद्यालय द्वारा साइंस-प्रौद्योगिकी के नवाचार से जुड़ी प्रदर्शनी लगाई गई, वहीं हथकरघा-हस्तकला से जुड़े उत्पादों के प्रदर्शनी व बिक्री काउंटर भी लगाए गए हैं। डेलीगेट्स यदि चाहें तो उन उत्पादों को खरीद भी सकेंगे। इसके लिए यूपीआई आधारित भुगतान की व्यवस्था रहेगी।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आज शाम धर्मशाला पहुंचने का प्रोग्राम है। मुख्यमंत्री गाला डिनर में डेलीगेट्स को हिमाचली टोपी-शॉल के अलावा कांगड़ा पेंटिंग्स देकर सम्मानित करेंगे। वहीं उन्हें पाइन निडल ईयर रिंग्स, किन्नौरी फ्लावर कोस्टर, देव संस्कृति के प्रतीक मोहरों के साथ ही हिमाचली हस्तशिल्प उत्पाद ट्वीड टोट बैग और जूट मैट उपहार में दिए जाएंगे। इससे देश दुनिया में हिमाचली उत्पादों की ब्रांडिंग होगी।
बता दें कि 19-20 अप्रैल को होने वाले इस सम्मेलन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर चर्चा के लिए G20 देशों के प्रतिनिधि धर्मशाला पधारे हैं। 20 अप्रैल को योग सत्र में भाग लेने के उपरांत प्रतिनिधि धर्मशाला व आसपास के स्थानों के भ्रमण पर रहेंगे। इस दौरान वे धर्मशाला के नरघोटा में चाय बागानों का दीदार करेंगे तथा बागान में चाय की पत्तियां चुनने का अनुभव भी लेंगे।
वे मान टी फैक्टरी में चाय की प्रोसेसिंग जानने के साथ ही चाय के विविध फ्लेवर्स का टेस्ट भी लेंगे। उसके उपरांत वे कांगड़ा कला संग्रहालय का भ्रमण करेंगे। कला संग्रहालय में हिमाचली कला-संस्कृति और शिल्प से रूबरू होने के साथ ही लाईव कांगड़ा पेंटिंग भी का भी अनुभव ले सकेंगे। 21 अप्रैल को डेलीगेट्स वापस जाएंगे।
ये हैं जी20 के सदस्य देश
जी20 में अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, दक्षिण कोरिया,रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाईटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।