धर्मशाला में वर्ल्ड कप मैचों से पहले साजिश : दीवार पर लिख डाला "खालिस्तान जिंदाबाद"
ewn24news choice of himachal 04 Oct,2023 6:22 pm
शरारती तत्वों की तलाश जारी, सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस
धर्मशाला। कांगड़ा जिला के धर्मशाला में क्रिकेट वर्ल्ड कप मैचों से पहले शरारती तत्वों ने लोगों के बीच दहशत फैलाने के इरादे से दीवार पर खालिस्तान समर्थन के नारे लिख डाले। जल शक्ति विभाग के कार्यालय के बाहर दीवार पर किसी ने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे स्प्रे पेंट से लिख दिए हैं।
धर्मशाला में 5 क्रिकेट वर्ल्ड कप मैचों का आयोजन किया जा रहा है, जिसके तहत सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त हैं। इसके बावजूद शरारती तत्व देश विरोधी नारों को धर्मशाला की दीवारों पर लिखने से पीछे नहीं हटे।
मंगलवार शाम को जब कुछ लोगों ने इस नारे को दीवार पर लिखा हुआ देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना के बाद एसपी वीर बहादुर और एसपी हितेश लखनपाल और पुलिस थाना धर्मशाला की टीम भी मौके पर पहुंची।
दोनों अफसरों की मौजूदगी में दीवार पर लिखे नारे को मिटाया गया। इसके बाद उन्होंने जांच-पड़ताल शुरू कर दी साथ ही विभागों में लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगालना शुरू कर दिया।
वहीं, एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि उनके ध्यान में मामला आया है तथा इसकी जांच जारी है।
प्रतिबंधित संगठन ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ (एसएफजे) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू पहले ही क्रिकेट विश्व कप को ‘‘विश्व आतंक कप’’ में बदलने की धमकी दे चुका है। पन्नू ने किसी विदेशी नंबर से पहले से रिकॉर्ड किए संदेश के जरिए देश के लोगों को धमकी दी है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में जहां भी क्रिकेट वर्ल्ड कप के मैच हो रहे हैं वहां ये धमिकयां मिल रही हैं। हिमाचल भी ऐसा ही ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमें "हिमाचल प्रदेश बनेगा खालिस्तान" जैसी धमकियां दी जा रही हैं।
एसपी ऑफिस धर्मशाला में मिलिट्री इंटेलिजेंस, आईबी और सीआईडी यूनिट के साथ संयुक्त खुफिया जानकारी साझा करने की बैठक हुई।
अतिरिक्त गश्ती दल और स्थानीय खुफिया इकाइयां अब धर्मशाला और मैक्लोडगंज में सक्रिय हैं। अपराधियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
गौर रहे कि इससे पहले भी कुछ शरारती तत्वों ने तपोवन स्थित विधानसभा परिसर की दीवार पर खालिस्तान जिंदाबाद में नारे लिखे थे और वहां पर झंडा लगा दिया था। इसकी जिम्मेदारी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने ली थी। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया था।