चंबा : नूरपुर के BSF जवान ने क्यों रची अपनी मौत की साजिश-आखिर क्या है सच
ewn24news choice of himachal 21 Jul,2023 10:26 am
बैंगलुरू से पकड़कर लाई है चंबा पुलिस
चंबा।हिमाचल के चंबा-जोत मार्ग पर कांगड़ा जिला के नूरपुर के बीएसएफ जवान के कार में जिंदा जलने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। बीएसएफ जवान अमित राणा जिंदा है और चंबा पुलिस अमित राणा को बैंगलुरू से जिंदा पकड़कर चंबा लाई है। अमित राणा से पूछताछ की जा रही है। अमित राणा की शिनाख्त को स्थानीय पंचायत प्रधान को भी बुलाया गया था और शिनाख्त करवाई गई।
प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ है कि अमित राणा कर्ज में डूबा था और इसके चलते उसने अपनी की मौत की साजिश रच डाली। इसके लिए अमित राणा ने श्मशान घाट से हड्डी लाकर कार में रखी और कार को आग लगी दी।
बता दें कि 28 जून की रात को पुलिस थाना सदर चंबा की पुलिस चौकी सुल्तानपुर के तहत चंबा जोत रोड पर जोत से करीब तीन किलोमीटर पहले कार में आग लगने का मामला सामने आया था। कार बीएसएफ जवान अमित राणा (33) पुत्र रघुवीर सिंह निवासी गेहीं लगोड़ नूरपुर कांगड़ा की थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जहां घटना हुई वहां जगह काफी खुली थी। पुलिस को संदेह हुआ कि कार खाई में क्यों नहीं गिरी और सड़क पर कैसे खड़ी रही।
वहीं, कार में ब्लास्ट भी नहीं हुआ तो सवार ने खुद को बचाने की कोशिश क्यों नहीं की। वहीं कार से मात्र एक हड्डी की बरामद हुई। पुलिस को मामले में कुछ शक हुआ। पुलिस ने जब चंबा बस स्टैंड की सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो अमित राणा उस रात चंबा बस स्टैंड पर दिखा। इसके बाद पुलिस ने मामले को आगे बढ़ाया।
पुलिस ने बीएसएफ जवान के परिजनों से भी पूछताछ की पर कुछ हाथ नहीं लगा। फिर पुलिस ने अमित राणा के बचपन के दोस्त के बारे में पता लगाया। जांच में पता चला कि अमित राणा का दोस्त बैंगलुरू में कार चलाता है। दोस्त की बैंक डिटेल और कॉल डिटेल आदि खंगालने के बाद चंबा पुलिस बैंगलुरू तक पहुंची। वहां पहुंचकर पता चला कि अमित राणा जिंदा है। अमित राणा की पत्नी नूरपुर पुलिस में कार्यरत हैं।