शिमला पहुंचा भारतीय वन सेवा के 50 प्रशिक्षुओं का दल, दो विदेशी भी
ewn24news choice of himachal 01 May,2023 10:00 pm
प्रदेश वन विभाग के आला अधिकारियों से मुलाकात की
शिमला। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी, देहरादून से हिमाचली वनस्पति, वन व वन्यप्राणी प्रबंधन के अध्ययन के लिए भारतीय वन सेवा के 50 प्रशिक्षुओं का दल आज शिमला पहुंचा। भारतीय वन सेवा अधिकारी डॉ. शिवाबाला एस की अगुवाई में यह प्रशिक्षु 29 अप्रैल से 17 मई तक हिमाचल प्रदेश, लद्दाख व जम्मू कश्मीर राज्यों के वनों का अध्ययन करेंगे।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी , देहरादून में वर्ष 2022-24 के इस बैच में कुल 50 प्रशिक्षु हैं, जिनमें 4 महिला अधिकारी व दो विदेशी भूटान से हैं। डॉ. शिवाबाला ने बताया कि प्रशिक्षुओं का यह दल हिमाचल प्रदेश से लेह लद्दाख और जम्मू कश्मीर तक वन प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी प्राप्त करेगा।समिति कक्ष , टॉलैंड स्थित वन विभाग मुख्यालय में इन प्रशिक्षुओं ने आज प्रदेश वन विभाग के आला अधिकारियों से मुलाकात की।
मुख्य अरण्यपाल अभिलाष दामोदरन ने सभी प्रशिक्षुओं को हिमाचल की भौगोलिक सरंचना व जैव विविधता की जानकारी दी। प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन बल प्रमुख राजीव कुमार ने प्रशिक्षुओं को हिमाचल प्रदेश वन विभाग की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी के साथ साथ हिमाचल प्रदेश की वन संपदा के साथ-साथ प्रदेश के वनों वन्यजीवों के संरक्षण के लिए किए गए उत्कृष्ट कार्यों की भी विस्तृत जानकारी दी। भारतीय वन सेवा के इन प्रशिक्षुओं ने बंदर नसबंदी केंद्र, टूटीकंडी का दौरा भी किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल, संजय सूद, अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल हर्षवर्धन कथूरिया, मुख्य अरण्यपाल के थिरूमल, अरण्यपाल शिमला वी के बाबू , उप अरण्यपाल कृष्ण कुमार ,उप अरण्यपाल प्रीति भंडारी व उप अरण्यपाल अनीश शर्मा उपस्थित थे।