ऊना : पत्नी और बेटे को नहीं अमरीक सिंह की शहादत की खबर, लौटने की कर रहे दुआ
ewn24news choice of himachal 12 Jan,2023 4:49 pm
दुकान से ही लौट रहे सांत्वना देने आए लोग
ऊना। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सड़क हादसे में शहीद हवलदार अमरीक सिंह के घर में मातम पसरा हुआ है। शहीद अमरीक सिंह हिमाचल के ऊना जिला स्थित गांव गणु मंदवाड़ा के रहने वाले थे। अमरीक के पिता धर्मपाल, बड़े भाई अमरजीत सिंह, छोटे भाई हरदीप सिंह और रिश्तेदारों को ही उसके शहीद होने की खबर है। पत्नी रूचि और बेटा इस बात से अभी बेखबर हैं। उनको बताया गया है कि अमरीक सिंह का एक्सीडेंट हुआ है और उसका अस्पताल में उपचार चल रहा है।
जो लोग खबर सुनकर गणु मंदवाड़ा आ रहे हैं वे घर से 100 मीटर पहले दुकान से वापस लौट जा रहे हैं। छोटे भाई हरदीप सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह 8 बजे उनकी सेना के अधिकारियों से फोन पर बात हुई। हरदीप ने बताया कि उनके मुताबिक वहां बर्फीला तूफान चल रहा है। इस वजह से शहीद की पार्थिव देह गणु मंदवाड़ा भेजने में देरी हो रही है। सेना के अधिकारियों ने मौसम खुलने पर ही शव भेजने की बात कही है।
गौर हो कि गणु मदवाड़ा के 39 वर्षीय हवलदार अमरीक सिंह की मंगलवार देरशाम जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में हुए सड़क हादसे में शहीद हो गए। अमरीक सिंह 2001 में सेना में भर्ती हुए थे। वह जम्मू कश्मीर के माछिल सेक्टर में तैनात थे। वह अपने पीछे माता ऊषा देवी, पिता धर्मपाल सिंह, पत्नी रूचि और बेटा अभिनव को छोड़ गए हैं। उनका बेटा अभिनव छठी कक्षा की पढ़ता है। अमरीक सिंह 2001 में 14 डोगरा रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। वह 3 भाइयों में मझले थे।