राकेश चंदेल/बिलासपुर। हिमाचल के बिलासपुर जिला के श्री नैना देवी जी विधानसभा क्षेत्र के तहत पड़ती राजकीय प्राथमिक पाठशाला अप्पर दबट में छात्रों के स्कूल न आने के मामले में विभागीय जांच जारी है। डिप्टी डायरेक्टर एलीमेंट्री एजुकेशन बिलासपुर ने बीपीओ श्री नैना देवी जी चंद्रकांता को जांच का जिम्मा सौंपा है।
अप्पर दबट स्कूल में प्राइमरी में 13 छात्र हैं और एक टीचर कार्यरत है। वहीं, प्री प्राइमरी में करीब 8 बच्चे हैं। एक अन्य टीचर को शिकायत के चलते डेपुटेशन पर अन्य जगह पर तैनात किया गया है।
सरकारी नियमों के अनुसार 20 से कम छात्रों की पढ़ाई को एक टीचर द्वारा मैनेज किया जा सकता है। 20 से अधिक छात्र होने की सूरत में दूसरे टीचर की नियुक्ति करनी होती है। ऐसे में सवाल यह है कि एक टीचर के स्कूल में होते यह सारा प्रकरण कैसे हो गया।
राजकीय प्राथमिक पाठशाला अप्पर दबट में दो जेबीटी शिक्षक हैं। स्थानीय लोगों और एसएमसी की शिकायत के बाद एक जेबीटी टीचर को डेपुटेशन पर बड़ोह में तैनाती दे दी।
ऐसे में एक जेबीटी शिक्षक स्कूल में रह गया। विगत दिनों मामला सामने आया कि अभिभावकों ने स्कूल में अन्य टीचर की तैनाती की मांग को लेकर अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा।
छात्र दो दिन स्कूल नहीं आए। 12 दिसंबर से छात्रों की प्री बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं, ऐसे में छात्र परीक्षा से वंचित ही रह गए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्कूल में तैनात जेबीटी शिक्षक की पत्नी एसएमसी की प्रधान हैं।
राजकीय प्राथमिक केंद्र पाठशाला दबट के सेंटर हेड टीचर का कहना है कि दबट सेंटर पाठशाला के अधीन तीन पाठशाला मजारी 1, मजारी 2,अप्पर दबट आते हैं। इसमें मजारी 1 में 21 छात्र, मजारी 2 में 22 छात्र और अप्पर दबट में 21 छात्र (प्राइमरी में 13 और 8 प्री प्राइमरी), सेंटर पाठशाला में 89 छात्र हैं।
इन सभी स्कूलों में मजारी 1 में दो अध्यापक हैं, जिसमें से एक अध्यापिका मैटरनिटी लीव पर है, जोकि अगले तीन महीने बाद ज्वाइन करेंगी। मजारी दो में एक अध्यापक है।
अप्पर दबट में अभी एक ही अध्यापक है और राजकीय प्राथमिक केंद्र पाठशाला में तीन जेबीटी अध्यापिकाएं और एक सीएचटी कार्यरत है।
शिक्षा खंड श्री नैना देवी में ऐसी भी बहुत सी पाठशालाएं हैं, जहां पर एक ही अध्यापक कार्यरत है। ऐसे में एक ही पाठशाला अप्पर दबट में ऐसा क्यों हुआ, जिससे पाठशाला को बंद करने की जरूरत पड़ गई।
डिप्टी डायरेक्टर एलीमेंट्री एजुकेशन बिलासपुर कमल शर्मा ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है। अप्पर दबट स्कूल में दो छात्र तैनात थे। शिकायत के चलते एक शिक्षक को डेपुटेशन पर अन्य जगह तैनात कर दिया।
उन्होंने कहा कि मामले को लेकर बीपीओ श्री नैना देवी जी से रिपोर्ट मांगी गई है। यह जांच की जाएगी कि क्या वजह रही कि छात्र कक्षाओं में नहीं गए।
अगर मामले में किसी विभागीय कर्मचारी की गलती पाई जाती है तो कार्रवाई की जाएगी। जेबीटी शिक्षक की पत्नी के एसएमसी प्रधान होने को लेकर उन्होंने कहा कि इस बारे जानकारी मिली है, इसकी भी जांच की जाएगी।