राजगढ़। सिरमौर जिला के पझौता श्री शिरगुल महाराज जी की विजय स्थली पिछला मोड़ बेहरोग में मंदिर मरम्मत कार्य ठंडी धार के युवाओं द्वारा किया गया।
इस कार्य में श्री शिरगुल महाराज जी सेवा समिति ठंडी धार के सभी युवाओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। विपरीत परिस्थितियों के बाद भी श्री शिरगुल महाराज जी की कृपा और युवाओं का हौसला देखते ही बनता था।
तेज आंधी और बर्फबारी में नंगे पांव अपने कार्य को अंजाम तक पहुंचाया। श्री शिरगुल महाराज जी के निर्देशानुसार यह स्थान पूरी नौ तबीन की जागीर है और वहां कोई भी कार्य नौ तबीन की मौजूदगी के बिना संभव नहीं है, लेकिन अपने भक्तों की आस्था और प्रेम को देखकर श्री शिरगुल महाराज जी ने कार्य को पूर्ण करने में अपना भरपूर आशीर्वाद बनाया।
शिरगुल सेवा समिति के सदस्यों में सन्नू देवा, निताराम शास्त्री, चमन कुमार, ब्रह्मानंद, नरेश तोमर, आकाश नेगी, संदीप ठाकुर सर्वा, जोगेंदर सिंह पजेवगा,अनिल कंवर सर्वा, अनिल शर्मा सर्वा, अनिल शर्मा कुम्हारला, पप्पू शर्मा कुम्हारला, कुलराज देवा ठंडीधार, मनीष ठाकुर जदोल, अभिषेक सर्वा, कविराज, शुभम, रॉबिन, दीक्षित (काका) तरुण, काका ग्लोग, लक्की भराच , सुनील भराच, कुश तोमर, अभिषेक तोमर, कपिल छींटा, अनिल पुंडीर बेड, पारुल पुंडीर, दीपक पुंडीर, बलबीर सिंह पजेबगा, नरेंद्र ठाकुर ग्लोग, नंदलाल ठाकुर ग्लोग, प्रेम तोमर ग्लाग, हेतराम तोमर, आशु शर्मा जमौली, मोनू हाब्बी जमौली, अमर वर्मा, विक्की वर्मा पजेरली,अनिल, दीपक, नीटू सेवग नागन पुलबहाल, सुरेश कंवर ग्लोग, बिट्टू घरोटी, उलख कतोगा से दिलावर सिंह, मनोहर छींटा, काशू छींटा, कुशल छींटा, सुरेंद्र वर्मा, तीर गनोह से वरिंदर सिंह देली, अनिल कुमा, सचिन हब्बी द्वारा समय समय पर आकर अपनी सेवाएं दीं।
नागन पुलबहाल से संबंध रखने वाले तीसरी में होटल के मालिक समटा का भी भरपूर सहयोग मिला। चमन कुमार, ब्रह्मानंद और ठाकुर देशराज सिंह पूरे 11 दिन पहले 30 नवंबर को कार्यस्थल पर पहुंच चुके थे।
वह शुरू से अंत तक रहे। 2 दिसंबर को संदीप ठाकुर सर्वा, जोगेंदर सिंह पजेवगा, नरेश तोमर बेड, आकाश नेगी व दीक्षित ठाकुर (काका) ठंडी धार कार्य समाप्ति तक कार्यस्थल पर रहे।
कार्य में सामान का बंदोबस्त करना और उसे कार्यस्थल तक पहुंचाने में सन्नू देवा की अहम भूमिका रही। पूजा निर्माण कार्य नीताराम शास्त्री द्वारा किया गया। इस कार्य में सभी सामाजिक बंधुओ का अतुलनीय सहयोग और आशीर्वाद प्राप्त हुआ।
इस कार्य के सहयोग में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना सिरमौर की भी काफी अहम भूमिका रही। यह जानकारी ठंडी धार से देसराज ठाकुर ने दी है।