शिमला। मैदानी इलाकों में जहां सूरज आग उगल रहा है वहीं गुरुवार को हिमाचल प्रदेश की चोटियों पर बर्फबारी हुई है। लाहौल स्पीति के सभी दर्रों में हिमपात हुआ है। बर्फबारी के चलते पर्यटक और कारोबारी बेहद खुश नजर आए।
बर्फबारी के बीच पर्यटकों ने खूब मस्ती भी की। सैर-सपाटे के लिए आए हजारों सैलानियों ने मई माह में बर्फबारी का खूब लुत्फ उठाया।
हालांकि शाम के समय मौसम साफ हो गया लेकिन 8 से 10 सेंमी तक बर्फ गिरने के कारण सैलानियों को कोकसर व अटल टनल होकर मनाली लौटना पड़ा।
वहीं, कोकसर, ग्रांफू में भी सैलानियों की भीड़ होने से शाम के समय सोलंगनाला में लंबा जाम लग गया। टनल के साउथ पोर्टल, धुंधी व सोलंगनाला में जाम से आम लोगों व सैलानियों को परेशान होना पड़ा।
पर्यटन सीजन में पर्याप्त पुलिस नहीं होने से भी जाम लग रहा है। अभी एक सप्ताह तक इस समस्या से जुड़ना पड़ेगा। चुनाव संपन्न होने के बाद पर्यटन सीजन के लिए अतिरिक्त पुलिस की तैनाती होगी। जाम के हालत हाईवे-305 के साथ भुंतर से मणिकर्ण, बिजली महादेव रोड, कुल्लू-मनाली, मनाली से लाहौल तक बने हैं।
इसके साथ ही बारालाचा और शिंकुला टाप में हुई बर्फबारी से दारचा-शिंकुला और दारचा-बारालाचा सड़क तकरीबन चार-पांच घंटे बाधित रही। वाहन चालकों सहित सीमा सड़क संगठन के प्रयासों के बाद सड़क को खोला गया। उसके उपरांत दोनों तरफ से दारचा-मनाली की ओर सैकड़ों छोटे-बड़े वाहन छोड़े गए।
गुरुवार को वाहनों को दारचा की तरफ से लेह को छोड़ा गया है। दूसरी तरफ ग्रांफू-काजा सड़क पर कोकसर और उसके आगे क्षेत्र में प्रतिकूल मौसम की स्थिति और बर्फबारी के कारण कोकसर-काजा मार्ग पर आवाजाही को अगले आदेश तक अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा के लिए लिया गया है।
एसपी लाहौल स्पीति मयंक चौधरी ने कहा कि लाहौल स्पीति के सभी दर्रों में हिमपात हो रहा है। ऐसे हालात में कोई भी व्यक्ति दर्रों को आर-पार न करें। मौसम के हालात को देखते हुए सभी दर्रों पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है।