सिरमौरी ताल आपदा : विनोद ने खो दिया परिवार, पिता और बेटी का शव मिला
ewn24news choice of himachal 11 Aug,2023 3:03 pm
दूसरों के परिवार को बचाया लेकिन अपना खो दिया
पांवटा साहिब। सिरमौर जिला के पांवटा साहिब उपमंडल के मालगी में बादल फटने के कारण बुधवार को सिरमौरी ताल में जो कहर बरपा उसमें एक पूरा हंसता-खेलता परिवार खत्म हो गया।
बचा तो सिर्फ विनोद जो खुद भी जिंदा लाश की तरह अब अपने परिवार के शवों की तलाश में भटक रहा है। विनोद ने बच्चों के लिए बहुत सपने देखे थे कि उन्हे पढ़ा-लिखा कर बड़ा आदमी बनते देखेगा। मां-बाप की सेवा करेगा लेकिन ये सब अपने सिर्फ सपने रह गए।
सिरमौरी ताल में आई बाढ़, भूस्खलन तथा दलदल ने सब कुछ बर्बाद कर दिया। वीरवार को जिला प्रशासन द्वारा रेस्क्यू अभियान कर विनोद कुमार के पिता कुलदीप सिंह तथा उसकी बेटी दीपिका का शव बरामद कर लिया, जबकि उसकी मां, पत्नी और बेटे का शव अभी तक नहीं मिला है। इनकी तलाश के लिए शुक्रवार को दोबारा से रेस्क्यू अभियान चलाया गया है।
विनोद ने पांवटा साहिब प्रशासनिक अधिकारियों को बताया कि उसके गांव में उसकी मामा की बेटी भी रहती है। बुधवार शाम से ही सिरमौरी ताल क्षेत्र में भारी बारिश हो रही थी।
वह अपने मामा की बेटी को उसके घर से दूसरे घर में सुरक्षित स्थान पर छोड़ने गया था तथा वापसी में अपने परिवार के अन्य सदस्य, जिनके घरों को बारिश से खतरा हो सकता था उनको अपने साथ लाने के लिए घर से 20 मिनट पहले निकला था। जब वह लौटा तब तक उसके घर का नामोनिशान तक मिट चुका था।
सिरमौरी ताल से कुछ दूरी पर मालगी के जंगलों में भारी बारिश के बाद बादल फटा। बादल फटने के बाद सैकड़ों पेड़, भारी भूस्खलन तथा बड़ी-बड़ी चट्टानें पानी के तेज बहाव के साथ सिरमौर ताल गांव की ओर बढ़ती चली गई। करीब 9 बजे भारी मालबा सिरमौरी ताल में कुलदीप सिंह के घर को बर्बाद करता हुआ आगे बढ़ता हुआ गिरी नदी की ओर चला गया।
विनोद के पिता कुलदीप सिंह ((62) ), माता जीतो देवी (55), पत्नी रजनी देवी (31), बेटा नितेश (10) तथा बेटी दीपिका (8) घर में ही थे। उन्हें अंदाजा ही नहीं था कि मालगी में बादल फटने से हजारों टन मलबा उनके घर की ओर बढ़ रहा है।
इससे पहले कि वह कुछ सोच पाते मलबे के साथ आई बड़े-बड़े चट्टानों ने घर का नामोनिशान मिटा दिया। विनोद की आंखें अभी भी अपने परिवार को खोज रही हैं।