शिमला। आईजीएमसी शिमला में सुरक्षा कर्मी और कोरोना के दौरान रखे कर्मचारियों को काम से निकालने पर
सीटू उग्र हो गई है। इन कर्मियों ने सोमवार को सीटू के बैनर तले
राजभवन के बाहर मुंह पर काली पट्टी बांधकर मौन धरना दिया और कहा कि उन्हें वापस नहीं रखा गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
सीटू के प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने बताया कि अगर सुरक्षाकर्मियों और कोविड कर्मियों को न्याय नहीं मिला तो आंदोलन उग्र होगा। उन्होंने कहा कि वह
महात्मा गांधी के बताए मार्ग पर चल रहे हैं, लेकिन बात नहीं बनी तो चक्का जाम किया जाएगा। वहीं,
गिरफ्तारियां दी जाएगी और उग्र आंदोलन किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी।
उन्होंने कहा कि इस मामले को शिमला आईजीएमसी प्रशासन, ठेकेदार, उसके बाद मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया गया, लेकिन न्याय नहीं मिला। इसके बाद राज्यपाल से न्याय की गुहार लगाई जाएगी। राज्यपाल को मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।