शिमला। राजधानी शिमला में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। बारिश के कारण शिमला में जगह-जगह भूस्खलन हो रहे हैं। चौड़ा मैदान-बालूगंज मार्ग पर क्रॉसिंग के समीप मंगलवार रात को भारी लैंडस्लाइड के कारण पूरा मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है।
वहीं, लैंडस्लाइड के बाद जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है। डीसी शिमला अनुपम कश्यप ने अधिकारियों के साथ बैठक कर लैंडस्लाइड के कारणों और सड़क को बहाल करने के निर्देश दिए हैं।
डीसी शिमला अनुपम कश्यप ने बताया कि लैंडस्लाइड की वजह से चौड़ा मैदान-बालूगंज रोड धंस गया है। इससे सड़क मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया है। बालूगंज-क्रॉसिंग मार्ग भी बाधित है।
बालूगंज क्रॉसिंग के पास सोमवार को हुए लैंडस्लाइड के बाद प्रशासन ने एहतियातन कई कदम उठा दिए थे। लैंडस्लाइड से रेनशेल्टर, सड़क, बिजली के खंभे और फाइबर को नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि आसपास के भवनों को भी कोई नुकसान नहीं है।
बैठक में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडी, दीपक प्रोजेक्ट , मृदा जांच कार्यालय, लोक निर्माण विभाग, स्टेट जियोलॉजिस्ट, पुलिस व अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे, जिन्हें लैंडस्लाइड के कारणों और आगे किस तरह सड़क को बहाल कर व्यवस्था को सुचारू किया जाए, इसको लेकर निर्देश दिए हैं।
ट्रैफिक को पहले ही वैकल्पिक मार्ग वाया चक्कर से डायवर्ट किया गया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि बरसात के मौसम में शिमला में जगह-जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं पेश आ रही हैं, ऐसे में लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में समय लग सकता है, ऐसे में इन सभी चीजों को देखकर समय से घर से निकले।
उन्होंने कहा कि यह प्राकृतिक आपदा है और एक दिन में सब ठीक नहीं हो सकता है। इसमें कुछ वक्त लग सकता है, इसलिए लोग सहयोग दें। जिला प्रशासन के पूरे प्रयास हैं कि समस्या का हल जल्दी हो सके।
वहीं, रामपुर के समेज हादसे में जारी सर्च ऑपरेशन को लेकर डीसी अनुपम कश्यप ने बताया कि लापता 33 में से 20 लोगों को ढूंढ लिया गया है, जिसमें 16 समेज व 4 कुल्लू जिला के बागीपुल के हैं। सर्च अभियान में बड़े स्तर पर शवों को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि परिवार जन आगे के संस्कार कर सकें।
उन्होंने कहा कि सरकार ओर प्रशासन ने अपने स्तर पर प्रभावितों को हर संभव मदद के प्रयास किए हैं। हर जगह पानी और मलबे में शवों को ढूंढने के बाद अब सर्च ऑपरेशन को स्केलिंग डाउन किया है।