कांगड़ा। हिमाचल में सरकारी स्कूलों में छात्रों की कम होती संख्या चिंता का सबब बनी हुई है। हाल ही में सरकार ने कुछ प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों को साथ लगती पाठशालाओं में मर्ज किया है।
वहीं, कांगड़ा शहर के साथ लगते जोगीपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें फोरलेन निर्माण के चलते स्कूल को जाने वाला रास्ता ही बंद कर दिया है। ऐसे में अब छात्रों को लंबा सफर तय कर स्कूल पहुंचना पड़ रहा है। ऐसे में सुरक्षा आदि के मध्यनजर अभिभावक बच्चों को स्कूल से निकलवाने की सोच रहे हैं।
मामला कांगड़ा शहर के साथ लगते राजकीय उच्च एवं प्राथमिक पाठशाला जोगीपुर का है। जोगीपुर स्कूल में करीब 200 छात्र शिक्षा ग्रहण करते हैं। जोगीपुर, खोली, कांगड़ा मंदिर रेलवे स्टेशन, बोदड़ बल्ला आदि से छात्र यहां शिक्षा ग्रहण करने आते हैं।
कांगड़ा मंदिर रेलवे स्टेशन, बोदड़ बल्ला साइड से ही करीब 50 छात्र यहां पढ़ते हैं। कांगड़ा मंदिर रेलवे स्टेशन, बोदड़ बल्ला साइड से शिक्षा ग्रहण करने आने वाले छात्र स्कूल के साथ शिमला-मटौर नेशनल हाईवे की तरफ से के रास्ते से स्कूल आते और जाते थे।
पर फोरलेन निर्माण के चलते वह रास्ता बंद हो गया है। पैदल रास्ता भी नहीं बचा है। ऐसे में उक्त करीब 50 छात्रों को फोरलेन के रास्ते लंबा सफर तय कर स्कूल आना और घर जाना पड़ रहा है। इससे छात्रों के साथ उनके अभिभावकों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं, टीचर भी छात्रों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
लोगों का कहना है कि यहां पर फोरलेन पर फुट ब्रिज का निर्माण करवाया जाए। स्थानीय दुकानदार राज कुमार ने कहा कि यह रास्ता काफी पुराना है। बच्चे इसी रास्ते से स्कूल आते-जाते थे, लेकिन फोरलेन निर्माण के चलते रास्ता पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
ऐसे में कांगड़ा मंदिर रेलवे स्टेशन, बोदड़ बल्ला साइड बच्चों को स्कूल आने और जाने में परेशानी हो रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस समस्या का हल निकाला जाए।
साथ ही फोरलेन कंपनी को आदेश दिए जाएं कि रास्ते को बनाए। अगर ऐसा न किया गया तो स्कूल में छात्रों की संख्या कम हो जाएगी।