ऊना। शहतूत के पौधे देने और नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया है। महिला ने फर्जी अधिकारी बनकर ठगी का अंजाम दिया। महिला और उसके पति ने अन्य लोगों के साथ भी ठगी की है। महिला को पुलिस रिमांड में लेकर पुलिस थाना सदर ऊना की टीम मामले की जांच में जुट गई है।
बता दें कि कुरियाला ऊना निवासी मोनिका देवी पत्नी शशिकांत ने अप्रैल 2024 में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत के अनुसार 18 मार्च, 2024 को वह अपने बेटे के साथ चंद्रलोक कॉलोनी मोहल्ला ऊना में किसी के घर गई थी। उनके घर में वंदना धीमान से उनकी मुलाकात हुई।
महिला ने अपने आप को औद्योगिक क्षेत्र ऊना में असिस्टेंट ऑफिसर बताया और सेरीकल्चर विभाग का अतिरिक्त कार्यभार संभालने का दावा किया। यही नहीं आरोपी महिला ने आई कार्ड भी दिखाया। आरोपी महिला ने बताया कि कई लोगों को उन्होंने शहतूत के पौधे दिए हैं। लोगों ने लीज की जमीन पर पौधे लगाए हैं।
लोगों को तीन साल तक 35 हजार रुपए प्रति माह की आय हो रही है। इसके अलावा आरोपी महिला ने सरकारी नौकरी दिलवाने की भी बात कही। शिकायतकर्ता उसकी बातों में आ गई और शहतूत परियोजना के लिए जमीन का एग्रीमेंट किया व नौकरी दिलवाने के नाम पर महिला ने 75 हजार रुपए लिए।
इसके बाद लोन दिलवाने के नाम पर और पैसों की ठगी की। आरोपी महिला ने करीब 99 हजार रुपए की ठगी की। आरोपी महिला ने न तो शहतूत के पौधे दिए और न ही नौकरी दिलवाई। शिकायतकर्ता को कुछ शक हुआ तो उन्होंने अपने स्तर पर मामले की जांच की।
तब उन्हें पता चला कि महिला ने अपने पति के साथ मिलकर कई अन्य लोगों से भी लाखों रुपये की ठगी की थी। इसमें उसका पति भी शामिल है। शिकायतकर्ता से ठगी के बाद महिला ठिकाने बदल रही थी। कभी चंडीगढ़ तो कभी पांवटा साहिब में रह रही थी।
पुलिस को महिला के पांवटा साहिब में होने की पुख्ता जानकारी मिली। जानकारी मिलने पर पुलिस ने बिना समय गवाएं पांवटा साहिब में दबिश देकर महिला को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ऊना राकेश सिंह ने महिला की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है।