शिमला। "पसीने की स्याही से जो लिखते हैं अपने इरादों को उनके मुकद्दर के पन्ने कभी कोरे नहीं हुआ करते"। ये पंक्तियां बिलकुल सटीक बैठती हैं जिला शिमला के चौपाल क्षेत्र के रहने वाले राहुल शर्मा पर।
राहुल शर्मा ने बिना किसी कोचिंग के एचएएस की परीक्षा पास की है। लोकसेवा आयोग द्वारा सोमवार को एचएएस परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया जिसमें राहुल शर्मा छठा रैंक हासिल कर तहसीलदार बने हैं।
राहुल आम परिवार से हैं और उनके माता-पिता किसान हैं। राहुल तीन बार एचएएस की परीक्षा दे चुके है लेकिन कामयाब नहीं हो पाए। इसके बावजूद राहुल ने हार नहीं मानी और चौथे प्रयास में परीक्षा पास कर ली।
राहुल ने इसके लिए कोई कोचिंग नहीं ली बल्कि अपनी मेहनत से ये परीक्षा पास की है। राहुल शिमला में एचएएस की तैयारी के साथ बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाते थे। राहुल ने इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता को दिया है।
राहुल ने कहा कि चौथी बार एचएएस की परीक्षा पास की है। यह मुकाम हासिल करने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा और रात-दिन पढ़ाई करने के बाद उन्हे सफलता मिली है।
उन्होंने कहा कि तीन बार परीक्षा में सफलता न मिलने से निराशा जरूर हुई लेकिन उन्होंने हौसला नहीं हारा और मेहनत करते रहे और अब आखिर उनको सफलता मिल गई है। उन्होंने दूसरे युवा जो परीक्षा की तैयारी कर रहे उन्हें भी कभी हार न मानने की सलाह दी।