पंचरुखी। कांगड़ा जिला के उपमंडल पालमपुर के पुलिस थाना पचरुखी के तहत गांव बटाहण के युवक की मौत मामले को पुलिस से सुलझा लिया है। युवक की हत्या की गई थी। मामले में पुलिस ने युवक की शादीशुदा प्रेमिका, उसके पति, पिता, बहन और बहन के पति को गिरफ्तार किया है। युवक की शादीशुदा प्रेमिका की बहन का बेटा अभिषेक भी मामले में आरोपी है, लेकिन अभी वह एनडीपीएस मामले में जेल में है। मामले में प्रेमिका ने युवक की कुदाली के वार से जान ले ली। साथ ही अन्य आरोपियों ने शव को ठिकाने लगाने में उसकी मदद की।
युवक का शव ज्वालाजी क्षेत्र के तहत मिला था। शव की पहचान युवक की बाजू पर निशु नाम के टैटू से की थी। टेटू आरोपी प्रेमिका के नाम का है। बता दें कि 18 जनवरी, 2025 को पंकज कुमार पुत्र सुरेश कुमार, निवासी बटाहण पंचरुखी कांगड़ा घर से लापता हो गया। परिजनों ने 19 जनवरी को पुलिस स्टेशन पचरुखी में युवक से लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस जांच में जुट गई।
युवक की बाइक घर से कुछ दूरी पर मिली। ऐसे में पुलिस को किसी हादसे आदि का अंदेशा भी हुआ, लेकिन आसपास के क्षेत्र में जांच करने पर कोई सुराग हाथ नहीं लगा। पुलिस ने पंकज की सीडीआर की भी जांच की, लेकिन उसका फोन लास्ट बार घर के पास ही एक्टिव पाया मिला।
इसी बीच ज्वालाजी क्षेत्र के कालीधार जंगल में एक शव बरामद हुआ। लोगों को बदबू आई तो सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। शव की पहचान के लिए फोटो सभी पुलिस स्टेशन में भेजे गए। पंचरूखी पुलिस ने भी शव की शिनाख्त के लिए पंकज के परिजनों को बुलाया। परिजनों ने ज्वालाजी जाकर हाथ पर निशु नाम के बने टैटू और पैर की फिंगर की शेप से पहचान की। शव बटाहण के पंकज का निकला।
मृतक पंकज की जैकेट, चप्पल मौके से बरामद नहीं हुए। ऐसे में पुलिस को शक हुआ। मामले की जांच को डीएसपी पालमपुर लोकेंद्र सिंह नेगी की अगुवाई में एसआईटी का गठन किया गया। जिसमें एसएचओ पालमपुर इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह आदि भी शामिल थे। एसआईटी ने मामले में जांच शुरू की।
तकनीकी आदि सबूतों के आधार पर पुलिस आऱोपी निशु वाला, उसके पति और सुशील कुमार और पिता उत्तम चंद तक पहुंची। मामले में निशु वाला की नगरोटा बगवां निवासी बहन रजनी, बहन के पति अजय और बेटे अभिषेक की संलिप्तता भी पाई गई।
पुलिस जांच में पता चला कि पंकज और निशु वाला पड़ोसी हैं। पिछले 8-9 साल से दोनों में बातचीत थी। हालांकि, निशु वाला ने पंकज के खिलाफ पुलिस में दो मामले भी दर्ज करवाए थे, इसके बावजूद भी उनका मिलना जारी था। 18 जनवरी, 2025 को निशु वाला का पति किसी काम से घर से बाहर गया था। इस दौरान निशु वाला ने पंकज को इशारा कर घर बुलाया।
आरोपी ने घर में लगे सीसीटीवी भी उस वक्त बंद कर दिए। दोनों के रिश्ते में जटिलताएं भी चल रही थीं और आपस में दोनों को शक भी था। कमरे में ही दोनों की आपस में बहस हुई और हाथापाई हुई। इसी बीच आरोपी निशु वाला ने कमरे में रखी कुदाली से पंकज के सिर पर तीन चार बार कर दिए।
कुदाली के वार से पंकज लहूलुहान हो गया। यह देखकर निशु वाला डर गई और उसे कमरे में छोड़कर अपने मायके पंचरूखी आ गई। वहां पर उसने अपने पिता उत्तम को सारी बात बताई। बहन को भी जानकारी दी। इसके बाद निशु वाला ने अपने पति सुशील को भी बताया कि पंकज का शव कमरे में पड़ा है।
इस दौरान इन्हें एक शादी थी। सभी ने पालमपुर में एक शादी अटेंडेंट की। निशु वाला, उसके पति सुशील कुमार, पिता उत्तम, बहन रजनी, बहन के पति अजय और बहने के बेटे अभिषेक ने शव को ठिकाने लगाने की प्लानिंग बनाई। सबसे पहले इन्होंने खुड़ियां रोड पर रेकी की कि कहां शव को ठिकाने लगाया जा सकता है। इसके बाद सभी ने शव को कंबल में लपेट कर आरोपी निशु से पति की गाड़ी की डिक्की में डालकर ज्वालाजी के कालीधार क्षेत्र में ढांक के नीचे गिरा दिया।
मृतक अजय की जैकेट, चप्पल और कंबल को किसी और जगह पर जला दिया। पंकज का फोन तोड़कर अन्य जगह फेंक दिया। पुलिस ने जले कपड़े बरामद कर लिए हैं। मोबाइल फोन और कुदाली बरामद होना बाकी है।
वारदात को अंजाम देने के बाद अजय, रजनी व अभिषेक चरस के मामले में पकड़े गए थे। तीनों जेल में बंद थे। इसमें अजय और रजनी की कस्टडी पुलिस ने ले ली है। अभिषेक की कस्टडी के लिए औपचारिकताएं शुरू कर दी हैं।
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि मामले में 6 आरोपियों की संलिप्तता पाई गई है। इसमें मुख्य आरोपी निशु वाला है। पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। छठा आरोपी एक अन्य मामले में जेल में है। उसे भी कस्टडी में लेने की औपचारिकताएं शुरू कर दी हैं।
अगर मामले में अन्य लोगों की संलिप्तता भी पाई जाएगी तो उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने पूरे षडयंत्र के तहत मामले को अंजाम दिया है। एसपी ने मामले का पर्दाफाश करने के लिए एसआईटी की प्रशंसा की है और बधाई दी है।