बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला में पर्यटन को एक नई उड़ान मिली है। यहां स्थित गोबिंद सागर झील अब पर्यटकों के लिए एक और बड़ा आकर्षण का केंद्र बन गई है। यहां हिमाचल प्रदेश का पहला फ्लोटिंग जेटी फूड कोर्ट विधिवत रूप से शुरू कर दिया गया है।
इस अनूठी पहल का उद्घाटन हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के प्रबंध निदेशक, डॉ. राजीव कुमार ने किया। यह उद्घाटन समारोह गोबिंद सागर एडवेंचर एंड वाटर स्पोर्ट्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित किया गया था जो लंबे समय से इस क्षेत्र को वैश्विक पर्यटन केंद्र बनाने के लिए प्रयासरत है।
इस अवसर पर डॉ. राजीव कुमार ने एसोसिएशन के प्रयासों की सराहना की और बताया कि संस्था 2009 से ही गोबिंद सागर झील को विश्व मानचित्र पर स्थापित करने के लिए समर्पित भाव से काम कर रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह तैरता हुआ फूड कोर्ट बिलासपुर में जल-पर्यटन (Water Tourism) को एक नई पहचान देगा और साथ ही स्थानीय युवाओं के लिए आय और रोजगार के कई नए रास्ते खोलेगा।
एचपीटीडीसी और एसोसिएशन के बीच समझौता
इस रोमांचक शुरुआत को और सफल बनाने के लिए, गोबिंद सागर एडवेंचर एंड वाटर स्पोर्ट्स एसोसिएशन और एचपीटीडीसी के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस समझौते के तहत, फ्लोटिंग जेटी फूड कोर्ट में आने वाले पर्यटकों को भोजन सेवाओं पर विशेष रियायतें प्रदान की जाएंगी।
एमओयू पर एसोसिएशन के अध्यक्ष सराज अख्तर और एचपीटीडीसी के होटल लेक व्यू बिलासपुर के प्रबंधक तुलसीराम ठाकुर ने हस्ताक्षर किए।
एसोसिएशन के अध्यक्ष सराज अख्तर ने इस पहल को 'चलो बिलासपुर, चलो हिमाचल' अभियान का हिस्सा बताया, जिसका उद्देश्य राज्य के पर्यटन को एक नई गति और दिशा देना है। उद्घाटन कार्यक्रम में उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार, निर्मला राजपूत, और महासचिव इशान अख्तर सहित कई प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे।