हरिपुर। देहरा विधानसभा क्षेत्र की तहसील हरिपुर के तहत पड़ती पंचायत भटेहड़ बासा के रड्डा गांव के लोग रास्ता न बनने से खफा हैं। लोगों का कहना है कि भटेहड़ बासा मुख्य सड़क से रड्डा गांव तक करीब 300 मीटर रोड अब तक नहीं बन पाया है। इसके चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
लोगों ने यहां तक कह दिया कि उनका अब किसी को वोट डालने का भी मन नहीं करता है। दूसरी तरफ भटेहड़ बासा मुख्य सड़क से रड्डा तक एंबुलेंस रोड निर्माण को लेकर एमपी लैंड फंड से 2 लाख 50 हजार रुपए 13 फरवरी 2024 को मंजूर हो चुके हैं। फॉरेस्ट मंजूरी और आचार संहिता लगने के चलते निर्माण शुरू नहीं हो पाया है।
बता दें कि भटेहड़ बासा के रड्डा गांव में करीब 20 घर हैं। इन घरों के लिए वर्तमान रास्ता काफी खस्ता हाल है। रड्डा गांव के निवासी रविंद्र सिंह और ममता आदि ने बताया कि रास्ता खराब होने के चलते किसी भी प्रकार की गाड़ी गांव तक नहीं पहुंच पाती है।
अगर कोई बीमार हो जाए तो उसे अस्पताल ले जाने में काफी दिक्कत होती है। इसके अलावा गैंस का सिलेंडर आदि भी उठाकर ले जाना पड़ता है। इससे महिलाओं को काफी दिक्कत होती है।
वहीं, अजय सिंह ने कहा कि रोड की हालत काफी खस्ता है। रात को क्या दिन में भी चलना मुश्किल है। पिछले पांच साल से उनकी पत्नी चल-फिर नहीं सकती हैं। उन्हें पैरालिसिस हुआ है। बस भी लेनी हो तो भी उन्हें बड़ी मुश्किल से चारपाई या पकड़ कर सड़क तक लाना पड़ता है।
लोगों ने एक स्वर में कहा कि अब तक इस रास्ते की सुध किसी ने नहीं ली है। अब उनका मन किसी को भी वोट डालने का नहीं होता है। उन्होंने उपचुनाव में भी चुनाव का का बहिष्कार करने की बात कही है।
उधर, भटेहड़ बासा पंचायत प्रधान मथुरा दास का कहना है कि रड्डा तक रोड के लिए जेपी नड्डा से एमपी लैंड फंड से 2 लाख 50 हजार रुपए मंजूरी करवाए हैं। 13 फरवरी, 2024 को मंजूरी भी मिल गई है। रास्ते में कुछ जगह फॉरेस्ट लैंड भी पड़ती है। फॉरेस्ट मंजूरी के लिए भी फाइल बनाकर भेज दी गई है।
पहले लोकसभा चुनाव और देहरा उपचुनाव आचार संहिता लगने के कारण मामला लटका है। लोगों की समस्या को देखते हुए उन्होंने काफी मशक्कत और दौड़ धूप करके इस रोड के लिए पैसा मंजूर करवाया है। उनकी भी कोशिश है कि यह रास्ता जल्द से जल्द बने और लोगों को सुविधा मिले।
वन विभाग देहरा के डीएफओ सन्नी वर्मा ने कहा कि रड्डा रोड को लेकर फाइल विभाग के पास आई है। अभी फाइल आरओ लेवल पर है। वहां से औपचारिकताएं पूरी होने पर उनके पास पहुंचेगी। फाइल उनके पास पहुंचने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
एसडीएम देहरा शिल्पी बेक्टा ने कहा कि वह संबंधित तहसीलदार को मौके पर भेज कर रिपोर्ट मंगवाएंगी। उनके पास रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।