परवाणू अग्निकांड : बिल्डिंग से कूदी मां-बेटी ने तोड़ा दम, बाप-बेटा लड़ रहे जिंदगी की जंग
ewn24news choice of himachal 03 Aug,2023 1:23 pm
कांगड़ा जिला के हरिपुर के बंगोली पंचायत का है परिवार
परवाणू/कांगड़ा। सोलन जिला के परवाणू शहर के अंबोटा में भीषण अग्निकांड के दौरान घायल हुए दो लोगों ने चंडीगढ़ के निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया है। हादसे में अभी भी चार लोग घायल हैं। हादसे में मां-बेटी की मौत हुई है, वहीं पिता और बेटा अभी भी जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। ये परिवार कांगड़ा जिला के देहरा विधानसभा क्षेत्र की हरिपुर तहसील के बंगोली पंचायत के रोड डिब्बर का रहने वाला है। मृतकों की पहचान मीरा कुमारी पत्नी रघुवीर और उनकी 12 साल की बेटी के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार परवाणू शहर की टकसाल पंचायत के अंबोटा गांव में 30 जुलाई (रविवार) को ये दर्दनाक हादसा पेश आया। सड़क के साथ स्थित 3 मंजिला भवन के अंदर 6 वाहन (3 बाइकें और 3 एक्टिवा) खड़े थे। इनमें अचानक एक जोरदार धमाका हुआ और आग भड़क उठी तथा वहां लगे 6-7 बिजली के मीटर भी जल गए।
धमाके की आवाज से लोग उठकर जमा हो गए और लोगों ने बिल्डिंग को तुरंत खाली करना शुरू कर दिया। भवन के समीप खड़े पानी के टैंकर से आग पर काबू पाने की कोशिश की गई। भवन में अधिकांश परवाणू क्षेत्र के उद्योगों में काम करने वाले कामगार रहते हैं और उन्हीं के वाहन यहां खड़े होते हैं।
बिल्डिंग के एक हिस्से में लोगों को सीढ़ी लगाकर नीचे उतारा गया। सीढ़ियों के पास खड़े वाहनों में आग लगने के चलते ऊपर से नीचे उतरना संभव नहीं था। कुछ लोगों ने घबराकर बिल्डिंग की छत से छलांग लगा दी जबकि बिल्डिंग में रह रहे कुछ लोगों को बेड शीट्स बांधकर नीचे उतारा गया।
इन्ही में से एक रघुवीर ने भी अपनी पत्नी मीरा कुमारी, 8 साल के बेटे और 12 साल की बेटी के साथ बिल्डिंग से नीचे छलांग लगा दी। इनके अलावा एक और महिला ने बच्चे के साथ छलांग लगा दी। छलांग लगाने से घायल हुए लोगों को एंबुलेंस द्वारा ईएसआई अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से उनको प्राथमिक उपचार के बाद चंडीगढ़ रेफर किया गया।
परिजन उन्हें मोहाली स्थित निजी अस्पताल में ले गए। निजी अस्पताल में भर्ती रघुवीर की बेटी की मौत हो गई, उसके बाद जख्मों के ताव न सहते हुए उसकी पत्नी मीरां ने भी बुधवार रात दम तोड़ दिया। रघुवीर और उसके बेटे का अभी भी इलाज चल रहा है।