मंडी। हिमाचल के मंडी जिला के तेरंग गांव (राजबन) में लापता लोगों की तलाश के लिए ड्रोन की भी सहायता ली जा रही है। हादसे वाले स्थान से नीचे की ओर खड्ड बहती है जिसमें पानी का बहाव बहुत तेज है।
वहां पर एनडीआरएफ और पुलिस की एक-एक टीम वहां पर ड्रोन की सहायता से लापता लोगों की तलाश की जा रही है। डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने कहा कि तलाशी अभियान जारी रहेगा। अभी तक एक 3 माह की और एक 11 साल की लड़कियों के अलावा तीन लोग लापता हैं।
उन्होंने बताया कि सड़क के क्षतिग्रस्त होने के कारण तलाशी अभियान मैनुअली ही चलाया जा रहा है। इसमें रेस्क्यू टीमों के अलावा स्थानीय लोग भी बहुत मदद कर रहे हैं।
बता दें कि हादसे के दूसरे दिन अमन (9) और आर्यन (8) के शव बरामद हुए हैं। डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि अभी तक रेस्क्यू टीमें 5 शवों को बरामद कर चुकी हैं।
हादसे के बाद अभी भी 5 लोग लापता हैं जिनकी तलाश अभी तक जारी है। हादसे में 10 लोग लापता हुए थे, इनमें से पहले दिन तीन के शव बरामद कर लिए थे।
उपायुक्त ने बताया कि हादसे के बाद से कार्यवाहक एसडीएम पधर डॉ भावना वर्मा लगातार वहां मौजूद हैं और उनकी देखरेख में ही खोज अभियान चलाया हुआ है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, फायर और होमगार्ड के जवान लापता लोगों के ढूंढने का कार्य कर रहे हैं।
नायब तहसीलदार टिक्कन जोगिन्द्र सिंह ने प्रशासन की ओर से हादसे में मारे गए तीन लोगों के परिजनों को फौरी राहत के तौर पर 25-25 हजार रुपये की कुल 75,000 रुपये की राहत राशि प्रदान की। उन्होंने इस दौरान 25 प्रभावितों को जिनके घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं उन्हें राशन किट, मेडिकल किट और तिरपाल भी वितरित किये। इनके ठहरने की व्यवस्था गांव में ही खाली घर पर की गई है।