21वीं सदी में श्रीमद्भागवत गीता की प्रासंगिकता विषय
शिमला। महाराष्ट्र के कला व वाणिज्य महाविद्यालय अक्कलकुवा के "समीधा -शब्द संस्कृति मंच" द्वारा आज शिमला में श्रीमद्भागवत गीता पर आधारित एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। हिमाचल कला, संस्कृति व भाषा अकादमी के सहयोग से आयोजित इस दो दिवसीय संगोष्ठी में देश विदेश के वक्ता ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से "21वीं सदी में श्रीमद्भागवत गीता की प्रासंगिकता" विषय पर अपने विचार प्रस्तुत कर रहे हैं।
शिमला के गेयटी थियेटर में आयोजित हो रही इस संगोष्ठी में देशभर के वक्ताओं सहित विदेशों से भी विचारक अपने विचार प्रस्तुत कर रहे हैं।
संगोष्ठी की आयोजक डॉ. कविता देवी ने बताया कि आज के समाज में लोग गीता की प्रासंगिकता को भूलते जा रहे हैं और युवाओं को संस्कृति और धार्मिकता से जोड़ने की जरूरत है और आज युवा वर्ग अपनी संस्कृति से दूर होता जा रहा है इसलिए भगवत गीता के लिए अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने की कोशिश जरूरी है।