IGMC को मिली नई ओपीडी व ट्रॉमा सेंटर, सीएम सुक्खू ने किया उद्घाटन
ewn24news choice of himachal 09 Mar,2023 2:06 pm
शिमला। हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी (IGMC) की ओपीडी 13 मंजिला नए भवन में शिफ्ट हो गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नए ओपीडी भवन का उद्घाटन किया साथ ही ट्रामा सेंटर को भी जनता को समर्पित किया। नए भवन में ओपीडी व ट्रॉमा सेंटर आने के बाद प्रदेश की जनता को भीड़भाड़ से निजात मिलेगी। ओपीडी व ट्रॉमा सेंटर लगभग 136 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है। 104 करोड़ ओपीडी व 32 करोड़ रुपए टॉमा सेंटर पर खर्च हुए हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार जनता को बेहतर सुविधाएं देने के लिए काम कर रही है। जल्द ही आईएमसी में रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत की जाएगी, साथ ही नए उपकरण लगाए जाएंगे ताकि दूरदराज से आने वाले मरीजों को समस्याओं का सामना ना करना पड़े। सत्ता परिवर्तन के साथ ही मेडिकल रिफॉर्म्स में भी सरकार बदलाव ला रही है।
आने वाले बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र में भी नए बदलाव किए जाएंगे ताकि जनता को बेहतर स्वास्थ्य मिल सकें। उन्होंने कहा कि वह सत्ता में सत्ता के लिए नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं। कई ऐसी व्यवस्थाएं हैं जिन्हें बदलने की जरूरत है।
ट्रॉमा ब्लॉक के इस बहुमंजिला भवन में फिजियोथैरेपी वार्ड, स्पेशल वार्ड, आपातकालीन चिकित्सा इकाई, गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) बेड, आईसोलेशन वार्ड सहित सीटी स्कैन, एक्स-रे, सैंपल एकत्रीकरण केंद्र तथा पैथोलॉजी प्रयोगशाला की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। घायलों व गंभीर रोगियों के उपचार संबंधी वरीयता के लिए यहां अलग व्यवस्था की गई है। अन्य आपात सेवाओं के साथ-साथ यहां पर डॉक्टर, नर्स तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कक्ष, रोगियों के बैठने के लिए स्थान तथा अन्य जनोपयोगी सेवाएं भी उपलब्ध होंगी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर नए ओपीडी परिसर का अवलोकन किया और रोगियों, उनके परिचारकों तथा अस्पताल स्टाफ के साथ संवाद भी किया। उन्होंने कहा कि इस ब्लॉक के निर्माण से लोगों को गुणवत्तापूर्वक स्वास्थ्य सेवाएं मिलने के साथ साथ यहां सेवाएं देने वाले डॉक्टरों एवं अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ को कार्य करने के लिए उचित वातावरण भी प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में मशीनरी तथा उपकरणों के लिए 12 करोड़ रूपये व्यय किए जा रहे हैं। यह उपकरण व मशीनरी, संस्थान के सर्जरी, ऑर्थोपीडिक्स, न्यूरो-सर्जरी, रेडियोलॉजी तथा एनस्थिसिया विभाग में उपयोग में लाए जाएंगे।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए नए दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रही है। प्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालयों में आपातकालीन चिकित्सा को सृदृढ़ करने के लिए अलग से विभाग स्थापित किए जाएंगे।
इसमें प्रत्येक 6 बिस्तर में दाखिल मरीजों की सुविधा के लिए एक नर्स तथा 10 बिस्तर में मरीजों की सुविधा के लिए चिकित्सक की व्यवस्था होगी। गहन देखभाल केंद्र (आईसीयू) में प्रत्येक बिस्तर में मरीजों की सुविधा के लिए एक नर्स की व्यवस्था की जाएगी। यहां विशेषज्ञ चिकित्सा भी तैनात किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए अनेक कदम उठा रही है। प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में रोबॉटिक सर्जरी की सुविधा प्रदान की जाएगी ताकि लोगों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें। इसके अतिरिक्त इन स्वास्थ्य संस्थानों में अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए 5-जी प्रौद्योगिकी का समावेश किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को उनके घर-द्वार के समीप उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रत्येक मेडिकल ब्लॉक में आधुनिक प्रौद्योगिकी युक्त हाईटैक अस्पताल स्थापित किए जाएंगे।
चिकित्सा महाविद्यालय प्रबंधन ने मुख्यमंत्री को सम्मानित भी किया।