सीएम दौड़ में कितना आगे हॉली लॉज, इस बार क्या रहेगा सत्ता का केंद्र?
ewn24news choice of himachal 01 Dec,2022 2:13 pm
प्रतिभा सिंह ने साफ कहा-हाईकमान करेगा फैसला
शिमला। हिमाचल का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। आठ दिसंबर को नतीजों के बाद इसकी तस्वीर कुछ हद तक साफ हो पाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस में इस बार मुख्यमंत्री पद का नया चेहरा होगा। वहीं, भाजपा में काफी हद तक स्थिति साफ है। अगर कांग्रेस सत्ता में लौटती है तो हिमाचल का मुख्यमंत्री नया चेहरा होगा और भाजपा रिवाज बदलने में कामयाब रहती है तो जयराम ठाकुर दूसरी बार शपथ ले सकते हैं।
बता दें कि हिमाचल में विधानसभा चुनाव के लिए 12 नवंबर को वोटिंग हुई है। अब 8 दिसंबर को नजीते निकलने हैं। अभी नतीजों को सात दिन का समय बचा है। कांग्रेस में अगर मुख्यमंत्री चेहरे की बात करें तो अभी तक स्थिति पूरी तरह साफ नहीं है। हालांकि, मुकेश अग्निहोत्री, सुखविंदर सिंह सुक्खू, कौल सिंह ठाकुर आदि नेता इस दौड़ में शामिल माने जा सकते हैं। वहीं, इस बार हॉली लॉज का क्या रोल रहेगा यह तो आने वाला वक्त बताएगा। पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने बुधवार को दिल्ली से लौटने के बाद हॉली लॉज में पत्रकारों ने हॉली लॉज के मुख्यमंत्री दौड़ में कितना आगे होने के बारे सवाल पूछा तो उन्होंने साफ कहा है कि हमने न तो सीएम पद के लिए दौड़ लगाई है और न किसी और पद के लिए। हम विश्वास करते हैं लोगों की सेवा पर।
प्रतिभा सिंह ने कहा कि पहले 60 साल स्वर्गीय वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने निष्ठा और ईमानदारी से हिमाचल के लोगों की सेवा की है। इसलिए बार बार लोग उनको चुनते थे। हमने भी जो उनसे सीखा है, उसी भक्तिभाव और श्रद्धा से लोगों की सेवा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के लिए चुनकर आने वाले विधायकों से भी राय ली जाती है। क्या उनका कहना होगा और क्या वे चाहते हैं इस बात को हाईकमान एहमियत देगा। आखिर में फैसला हाईकमान पर छोड़ा जाएगा कि आप फैसला करें, लोग क्या चाहते हैं, लोग किसको चाहते हैं कि किसे हिमाचल की बागडोर को सौंपा जाए।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हम कभी भी किसी पद के पीछे नहीं हैं। न ही हम दौड़ लगाने में विश्वास रखते हैं। हमारे परिवार को जब भी कोई जिम्मेदारी दी है और चुनाव लड़ने के लिए कहा है तो पार्टी के लिए हर चुनौती को स्वीकार किया है। उसे कभी भी किसी पद की लालसा से स्वीकार नहीं किया है। पार्टी को मजबूत करने के लिए स्वीकार किया है। हम पद को एक जरिया देखते हैं लोगों की सेवा करने के लिए।