धर्मशाला। कांगड़ा जिला के पुलिस स्टेशन पालमपुर के तहत गलू जखणी के पास महिला का शव मिलने के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। महिला की लोहे की रॉड सिर पर मारकर हत्या की गई थी।
इस मामले में बिहार से संबंधित तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने अवैध संबंध और पैसे की जबरन वसूली से जुड़े कारणों के चलते इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। मामले में मोटूं कुमार गौंड (28) पुत्र जगदीश कुमार गौंड निवासी गांव भीता रेहाडाह डाकघर चिरवनिया थाना व ब्लॉक भीताह तहसील चिरवनिया पश्चिम चम्पारन बिहार, छोटे लाल (28) पुत्र नथनी गौंड निवासी गांव रंगलाई, मधुवनी बिहार और मोती लाल (40) पुत्र भरत वीण निवासी गांव रंगलाई, मधुवनी बिहार को गिरफ्तार किया है।
मोटूं कुमार गौंड वार्ड नंबर 11 राजपुर पालमपुर, छोटे लाल और मोती लाल वार्ड नंबर 13 टांडा राजपुर पालमपुर में रहते हैं। आरोपियों ने पीड़िता की हत्या एक सुनसान जंगल में की और उसकी पहचान छिपाने के लिए चेहरे को बुरी तरह कुचल दिया। हत्या के बाद शव को जंगल में फेंक दिया गया और उसके व्यक्तिगत सामान व हत्या में प्रयुक्त हथियार को अलग-अलग स्थानों पर फैला दिया गया, ताकि पुलिस को भ्रमित किया जा सके।
महिला की पहचान उसके टैटू और पड़ोसी थाने में दर्ज गुमशुदगी रिपोर्ट के आधार पर की गई। पुलिस द्वारा इस केस को सुलझाने में मीडिया व सोशल मीडिया पर पूर्ण गोपनीयता बनाए रखना एक प्रमुख कारक रहा। प्रारंभिक तौर पर सिर्फ एक मोबाइल नंबर आरोपी से जुड़ा हुआ मिला। मुख्य आरोपी को दिल्ली और दो अन्य को पालमपुर से गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपी वर्तमान में पालमपुर पुलिस की हिरासत में हैं और मामले की विस्तृत जांच जारी है।
पुलिस थाना पालमपुर में 22 अप्रैल को दूरभाष से गलू जखणी में एक महिला का शव पड़े होने की सूचना मिली। सूचना मिलने पर पालमपुर पुलिस स्टेशन की टीम गलु लंगा में पहुंची। जहां पर जंगल में एक महिला का शव मिला। महिला के दाहिने बाजू पर पिंकी नाम का टैटू गुदा हुआ पाया गया।
जांच में पता चला कि पिंकी देवी की गुमशुदगी रिपोर्ट 10 अप्रैल 2025 को थाना भवारना में दर्ज की गई थी। जिस पर इसके पति दिनेश तुरी पुत्र वासू देव तुरी वार्ड नंबर 5 ए पैंक मंशा मंदिर के पास पोस्ट पैंक थाना नावाडीह वंक पैंक वोकार झारखंड को मौका पर बुलाया गया, जिसने मृतका की पहचान की।
डीएसपी पालमपुर लोकेन्द्र नेगी और धर्मशाला से फॉरेंसिक टीम मौका पर पहुंची। मौका का निरीक्षण करने के बाद एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने जरूरी दिशा निर्देश दिए।
मृतका पिंकी के मोबाइल नंबर की सीडीआर (CDR)हासिल की गई, जो विश्लेषण करने पर एक संदिग्ध मोबाइल नंबर पर लगातार बात होना पाई गई। दोनों मोबाइल की लोकेशन बंदला में 10 अप्रैल 2025 को एक ही जगह पर होना पाई गई। संदिग्ध मोबाइल नंबर 11 अप्रैल 2025 को हिमाचल से बाहर दिल्ली मुंडका मे लोकेशन होना पाई गई, जिस पर एसपी कांगड़ा के आदेशानुसार एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया।
टीम की अगुआई डीएसपी लोकेन्द्र नेगी द्वारा की गई। विशेष जांच टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संदिग्ध व्यक्ति मोटूं कुमार गौंड पुत्र जगदीश कुमार गौंड को दिल्ली मुंडका से उसके सास के मकान से गिरफ्तार किया गया। आरोपी मोटूं ने जांच के दौरान बताया कि इस घटना को अंजाम देने में इसके साथ दो अन्य व्यक्ति छोटे लाल व मोती लाल भी शामिल थे। उपरोक्त दोनों व्यक्तियों को उनके मोबाइल नंबर की लोकेशन पर राजपुर टांडा से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ के दौरान मोटूं ने बताया कि इसका व मृतका पिंकी का आपस में अफेयर था, जो पिंकी द्वारा इसे जबरदस्ती शादी के लिए उकसा रही थी व शादी के लिए मना करने पर यह दो लाख पचास हजार की डिमांड कर रही थी। अगर यह पैसे देने के लिए मना कर रहा था या शादी करने के लिए मना कर रहा था तो पुलिस में केस लगाकर फंसाने की धमकियां दे रही थीं।
इस बात से वह बहुत परेशान हो गया था, क्योंकि यह पहले से ही शादीशुदा है। मौटूं ने यह बात छोटे लाल व मोती लाल को बताई कि पिंकी इसे परेशान कर रही है। 9 अप्रैल 2025 को इन तीनों ने रात को शराब पीकर पिंकी को मारने का प्लान बनाया। 10 अप्रैल 2025 को मोटूं , पिंकी को लेकर बंदला में अपनी बाइक में आया। छोटे लाल व मोती लाल लोहे की रॉड (डाई) को लेकर योजनाबद्ध तरीके से गलू लांगा जंगल में मिले।
पिंकी के सिर पर लोहे की रॉड से सबसे पहले मोटूं ने प्रहार किया। इसके बाद छोटे लाल ने भी इसी रॉड से इसके सिर पर प्रहार किया। पिंकी की मौके पर ही मृत्यु हो गई। इन्होंने रॉड, पिंकी का पर्स, चप्पल को मौका पर ही फेंक कर आ गए। इसके बाद यह तीनों मौका से बाइक से भाग आए। एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि मामले में जांच जारी है।