तपोवन। हिमाचल में 14वीं विधानसभा का पहला सत्र आज धर्मशाला तपोवन में शुरू हुआ। नई बनी कांग्रेस की सुक्खू सरकार का भी पहला सत्र है। पहले सत्र को लेकर लोगों में खासा उत्साह दिखा। काफी संख्या में लोग पहुंचे वहीं, लंबे अरसे के बाद तपोवन में रौनक लौटी है।
हिमाचल के इतिहास में पहली बार बिना कैबिनेट के विधानसभा सत्र हो रहा है वहीं सदन में उप मुख्यमंत्री भी पहली बार बैठे हैं। धर्मशाला के तपोवन में सदन की कार्यवाही राष्ट्रगान के साथ शुरू हुई। सुक्खू सरकार का यह पहला सत्र है। प्रोटेम स्पीकर चंद्र कुमार सभी विधायकों को बारी-बारी पद एवं गोपनीयता की शपथ दिला रहे हैं। सबसे पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शपथ ली। दूसरे नंबर पर मुकेश अग्निहोत्री और तीसरे नंबर पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शपथ ग्रहण की।
हालांकि, पहले ही दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा कर दिया। हिमाचल में पूर्व सरकार के फैसलों को पलटने के विरोध में हुआ। विपक्ष ने दफ्तर और संस्थान डिनोटिफाइ करने पर सवाल उठाए। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार के निर्णयों पर आपत्ति जताई। कहा कि इस तरह फैसले पलटना ठीक नहीं है।
बता दें कि 6 जनवरी तक चलने वाले इस सत्र में कुल 3 सीटिंग होंगी। सत्र के दूसरे दिन यानी कल विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) का चुनाव होगा। स्पीकर चुनने की प्रक्रिया प्रोटेम स्पीकर की अगुवाई में पूरी की जाएगी।
स्पीकर के चयन के बाद राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ ऑर्लेकर का अभिभाषण होगा। इस पर विधायक चर्चा करेंगे। सत्र के तीसरे व अंतिम दिन अभिभाषण पर चर्चा होगी और मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू जवाब देंगे।
शपथ से पहले ही सदन में माहौल गरमा गया था। विपक्ष ने बदले की भावना और ओपीएस के वादे पर भारी हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि इस तरह पूर्व सरकार के फैसले निरस्त करना ठीक नहीं है।