पूरा हिमाचल 'प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र’ घोषित, अधिसूचना जारी
ewn24news choice of himachal 18 Aug,2023 6:23 pm
इस बार बरसात दे रही गहरे जख्म
शिमला। हिमाचल में इस बार बरसात गहरे जख्म दे रही है। अब तक प्रदेश में 10 हजार करोड़ की चपत लग चुकी है। साथ ही 300 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। सड़क, पुलों और घरों को नुकसान पहुंचा है।
कांगड़ा जिला के फतेहपुर और इंदौरा सब डिवीजन में पौंग झील के साथ लगते क्षेत्रों में लोगों को बेघर होना पड़ा है। हिमाचल सरकार ने इस त्रासदी को राज्य आपदा घोषित किया है।
हिमाचल में भारी बारिश से हुए नुकसान के दृष्टिगत राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश को ‘प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र’ घोषित किया है। इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।
बता दें कि कुछ घंटे पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में मीडिया से बातचीत में कहा था कि हिमाचल में आपदा के चलते करीब 10 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। अधिकारी दिन रात कार्य कर रहे हैं। सेना की मदद ली जा रही है। हिमाचल सरकार को केंद्र से अंतरिम राहत की पहली किस्त की दरकार है।
अगर समय के अनुसार जरूरत को पूरा किया जाए तो अच्छा है। फिर भी सरकार अपने संसाधनों से लोगों की मदद करने की कोशिश कर रही है। लोग तिनका तिनका जोड़कर घर बनाते हैं और इस आपदा में लोगों के घर उजड़ गए हैं। सरकार का दायित्व है कि लोगों की मदद की जाए।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय टीम आई है और नुकसान का आकलन कर रही है। केंद्र सरकार नुकसान के आंकलन की रिपोर्ट के बाद राष्ट्रीय आपदा घोषित करे। पर हम इस त्रासदी को राज्य आपदा घोषित करने जा रहे हैं। इस बारे अधिकारियों से बातचीत हो चुकी है। आज ही इस बारे नोटिफिकेशन जारी हो जाएगी। मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद अब नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल के भाजपा सांसदों पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह ने हिमाचल का हाल तो पूछा। पर सांसद जो हिमाचल की जनता के द्वारा चुने गए हैं।
संसद चली थी, उसमें सवाल नहीं उठाया जा सकता था कि हिमाचल में कितना नुकसान हुआ और आपदा प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार क्या मदद कर रही है। सांसद आपदा में राजनीति कर रहे हैं। उन्हें जनता ने चुनकर भेजा है। सांसदों से जनता सवाल जरूर पूछेगी कि आपदा को लेकर संसद में आपने कहां आवाज उठाई।