हिमाचल : घरेलू सिलेंडर के दाम 200 रुपए कम, अब कितने में मिलेगा जानें
ewn24news choice of himachal 30 Aug,2023 12:02 pm
केंद्र सरकार ने दाम कम कर दी राहत
शिमला/कांगड़ा। घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दाम 200 रुपए कम हुए हैं। वहीं,उज्ज्वला योजना के तहत 400 रुपए कम मिलेगा। कांगड़ा की बात करें तो 955 रुपए गैस सिलेंडर के दाम होंगे और 25 रुपए गाड़ी भाड़े के रूप में अदा करने होंगे। पहले 1155 और 25 रुपए दाम थे। पहले सिलेंडर 1180 रुपए में मिलता था और अब 980 रुपए में मिलेगा।
बिलासपुर में करीब 972.50, चंबा में 982, हमीरपुर में 970, किन्नौर में 975, कुल्लू में 956.50, लाहौल स्पीति में 973, मंडी में 977.50, शिमला में 973.50, सिरमौर में 975, सोलन में 956.50 और ऊना में 961.50 रुपए में मिलेगा।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश की सरकार जब से सत्ता में आई है तब से निरंतर हिमाचल वासियों पर महंगाई का बोझ बढ़ता चला जा रहा है।2022 में सत्ता में आने से पहले बार-बार महंगाई दूर करने का वादा और गारंटी कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल की भोली भाली जनता को दी, परंतु सत्ता में आते ही डीजल के दामों में दो बार बढ़ोतरी कर दी गई, जिसके कारण डीजल में 6.50 रुपए प्रति लीटर बड़े, इस वृद्धि के कारण किराया, माल भाड़ा, आवागमन में बढ़ोतरी हुई और हिमाचल के किसान भाई बहनों को सीधा-सीधा नुकसान का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल घरेलू गैस सिलेंडर के दामों को 200 रुपए घटाया और इसी प्रकार उज्जवला योजना के लाभार्थियों के लिए दाम 400 रुपए घट गए। यह निर्णय महंगाई रोकने के लिए है, इसके लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी केंद्र सरकार का धन्यवाद करते हैं। इस निर्णय से हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक परिवार को लाभ होगा।
बिंदल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री से अपेक्षा करती है कि वह भी बढ़ती महंगाई पर नियंत्रण पाने के लिए डीजल के ऊपर 6.50 रुपए की बढ़ोतरी को तुरंत वापस ले, जिससे हिमाचल प्रदेश की जनता को बड़ी राहत पहुंचेगी। इसी प्रकार पिछले हफ्ते डिपुओं में कई दालों के रेटों में 16 रुपए की बढ़ोतरी कर दी गई, यह हिमाचल की जनता के साथ धोखा है। इस बढ़ोतरी को भी सरकार को तुरंत प्रभाव से वापस लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल प्रदेश की 22 लाख महिलाओं से 1500 रुपए प्रति माह देने का वादा और गारंटी दी थी। चुनाव के समय वर्तमान मुख्यमंत्री, मंत्री और उनके समस्त नेताओं ने गांव गांव जाकर इसका प्रचार भी किया था। आज भी हिमाचल की दीवारों पर इनकी गारंटियां साफ दिखती है।