महासचिव देवेंद्र बुशहरी ने अधिकारियों को चेताया
शिमला। हिमाचल प्रदेश में सर्विस वोटर और
चुनाव ड्यूटी वाले कर्मचारियों के
पोस्टल बैलेट वापस नहीं आने का मामला तूल पकड़ रहा है। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार के दबाव में प्रशासन पर गड़बड़ी करने की आशंका जाहिर की है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव देवेंद्र बुशहरी ने कहा कि देवभूमि के जो कर्मचारी प्रदेश से बाहर सेना,
आईटीबीपी (ITBP) तथा अन्य विभागों में सेवाएं दे रहे हैं, जिन कर्मचारियों ने चुनाव में ड्यूटी दी है, उनको भेजे गए पोस्टल बैलेट वापस नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने आशंका जताई कि OPS के कारण हिमाचल का कर्मचारी भाजपा के खिलाफ है। इस वजह से जानबूझकर से पोस्टल बैलेट में गड़बड़ी की जा रही है। ऐसा ही एक मामला
सिरमौर जिला के शिलाई उपमंडल में देखने को मिला, जहां पर 40 से अधिक पुलिस कर्मियों के पोस्टल बैलेट गुम हुए हैं। अन्य उपमंडलों में भी ऐसा ही होने की संभावना है।
देवेंद्र बुशहरी ने बताया कि
इलेक्शन कमीशन द्वारा चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों को 59,728 डाक मत पत्र जारी किए गए थे। 2 दिन पहले तक केवल 32,177 डाक मत पत्र संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर (RO) को वापस मिले हैं। सैन्य कर्मियों के लिए जारी 67,559 डाक मतपत्रों में से केवल 15,099 ही वापस मिले हैं, यानी लगभग 34 प्रतिशत पोस्टल ही वापस मिले हैं।
कांग्रेस महासचिव ने पोस्टल बैलेट मामले में ढुलमुल रवैया अपनाने वाले अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि 8 दिसंबर के बाद कांग्रेस की सरकार बनने पर ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) से आग्रह किया कि पोस्टल बैलेट को लेकर मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए और उन पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।