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हिमाचल : VVIP नंबर के लिए करोड़ों की बोली निकली फर्जी, परिवहन विभाग का पोर्टल सस्पेंड

ewn24news choice of himachal 28 Feb,2023 12:59 pm

    सॉफ्टवेयर अपडेट होने के बाद नए तरीके से लगेगी बोली

    शिमला। हिमाचल में हाल ही में वाहनों के VVIP नंबर के लिए लगी बोली काफी चर्चा में रही। स्कूटी के नंबर को लेकर करोड़ों की बोलियां लगीं जिसकों देखकर हर कोई हैरान था, लेकिन इसकी हकीकत कुछ और ही निकली। ये बोलियां पूरी तरह फर्जी निकलीं। करोड़ों की तीन बोलियां लगीं और ये तीनों फर्जी निकली। मामले की सच्चाई पता लगते ही हिमाचल परिवहन विभाग ने तुरंत एक्शन लिया और VVIP फैंसी नंबर पोर्टल को सस्पेंड कर दिया।

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    इसके कारण फिलहाल वाहन मालिक अपनी गाड़ियों के लिए VVIP नंबर नहीं खरीद सकेंगे। इसके अलावा पोर्टल में कुछ नए बदलाव व अपग्रेडशन किए जा रहे हैं। इसके लिए परिवहन विभाग ने  (नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर) को पोर्टल में सुधार करने के लिए कहा है। सॉफ्टवेयर अपडेट होने के बाद नए तरीके से बोली लगेगी।
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    गौर हो कि भारत सरकार के परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की वेबसाइट पर हाल ही में स्कूटी के VVIP नंबर की बोली शुरू हुई थी। जिस HP-99-9999 नंबर के लिए यह बोली शुरू हुई थी। यह बोली 1 करोड़ 11 हजार रुपए पहुंच चुकी थी। तीन आवेदनकर्ताओं ने करोड़ों रुपए की बोली लगाई, लेकिन बोली लगाने वाले लोग फर्जी निकले। इनके एड्रेस भी फर्जी पाए गए। परिवहन विभाग के अतिरिक्त निदेशक हेमिस नेगी का कहना है कि VVIP नंबर में फर्जी तरीके से 1 करोड़ से अधिक की बोली लगाई गई। जांच करने पर वह फर्जी निकली।
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    परिवहन विभाग की नई व्यवस्था में VVIP नंबर की बोली लगाने के लिए रिजर्व प्राइस की 30 प्रतिशत राशि बिडिंग में भाग लेने से पहले ही जमा करवानी होगी। यदि सबसे ज्यादा बोलीदाता बोली लगाने के बाद नंबर को नहीं खरीदता है तो उसकी 30 फीसदी राशि जब्त हो जाएगी और नंबर दोबारा से पब्लिक डोमेन में चला जाएगा। वहीं, अन्य बोलीदाताओं की 30 प्रतिशत राशि वापस हो जाएगी। जब तक यह व्यवस्था NIC की ओर से तैयार नहीं की जाती है, तब तक परिवहन विभाग का फैंसी नंबर पोर्टल बंद रहेगा।

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