Breaking News

  • गुलेर सब्जी मंडी : फिर से होगी दुकानों की नीलामी, नहीं बनी बात तो होगा ऐसा-जानें डिटेल
  • नूरपुर : रैहन की कुतकाणा खड्ड में मिला जिंदा ग्रेनेड, लगी थी पिन, किया नष्ट
  • हिमाचल के इस जिला में कांपी धरती, 3.7 तीव्रता का आया भूकंप
  • कांगड़ा संग्रहालय में एंटीक ज्वेलरी, हथियार चोरी मामला, मैनेजर ही निकला आरोपी
  • पुलिस कांस्टेबल भर्ती : धर्मशाला पुलिस मैदान में 1546 युवाओं ने बहाया पसीना, 224 पास
  • मसधाण स्कूल में सीनियर्स के लिए विदाई पार्टी, जमकर झूमे छात्र
  • नूरपुर : देश में यह चार ही जातियां, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी माना
  • हिमाचल में बढ़ रहे नशे के मामले, सरकार समोसा कांड की जांच तक सीमित
  • कृष्णा फिजिकल फिटनेस अकादमी के युवाओं ने पुलिस भर्ती में मनवाया लोहा
  • हिमाचल मत्स्य विभाग SNA स्पर्श मोड्यूल के तहत भुगतान करने में नंबर वन

IPL में नीलामी शब्द पर शांता का सवाल, बिकती तो वस्तुएं-कभी कभार नेता भी

ewn24news choice of himachal 15 Feb,2023 8:41 pm

    बहादुर खिलाड़ियों के लिए बिल्कुल नहीं हो प्रयोग

    पालमपुर। क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए 'नीलामी' शब्द का प्रयोग करने को लेकर हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने बड़ा सवाल उठाया है। शांता कुमार के सवाल ने चर्चा छेड़ दी है कि क्या खिलाड़ियों के लिए नीलामी शब्द सही या नहीं। खासकर महिला खिलाड़ियों के लिए। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने फेसबुक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि प्रातःकाल अखबार के प्रथम पृष्ठ पर पहली खबर को पढ़ते-पढ़ते ही कुछ सोचने लगा। सोचते-सोचते सिर शर्म से झुक गया।

    खबर थी कि आईपीएल नीलामी में भारत की कोई बेटी सबसे अधिक डेढ़ करोड़ में बिकी, कोई बेटी 40 लाख रुपए में बिकी, कोई बेटी नीलामी में बहुत सस्ती बिकी और कोई बेटी बहुत महंगी बिकी। आईपीएल खेलों के लिए इसी प्रकार हर वर्ष नीलामी लगती है और देश के बहादुर खिलाड़ी खरीदें और बेचे जाते हैं।
    सच्चाई यह है कि उस अर्थ में न तो कोई नीलामी होती है और न ही कोई खरीदा व बेचा जाता है। वास्तव में कोई संस्था खेलने के लिए किसी खिलाड़ी को धन से सम्मानित करती है।

    अच्छे खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए संस्थाओं का आपसी मुकाबला होता है। शांता कुमार ने कहा भाषाएं इतनी दिवालिया नहीं हुई हैं कि इस गौरवपूर्ण कार्य के लिए अच्छे शब्द न मिलें। मुझे समझ नहीं आता नीलामी में खिलाड़ियों का लाखों करोड़ों में खरीदा और बेचा जाना क्यों लिखा जाता है। वस्तुएं खरीदी और बेची जाती हैं। दुर्भाग्य से भारत में कभी-कभी नेताओं की भी नीलामी होती है, वे भी खरीदे और बेचे जाते हैं। परन्तु इन्हीं शब्दों का प्रयोग भारत के बहादुर खिलाड़ियों के लिए बिल्कुल नहीं किया जाना चाहिए।

    भारत के खिलाड़ियों को भी इस शब्दों के प्रयोग का विरोध करना चाहिए। उन्होंने भारत सरकार के खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से विशेष आग्रह किया है कि इन शब्दों का प्रयोग न किया जाए। ये खिलाड़ी किसी संस्था के लिए खेलते हैं। कोई संस्था इन खिलाड़ियों को खेलने के लिए लाखों करोड़ों से सम्मानित करती है। उन्होंने कहा मुझे विश्वास है कि हिमाचल के योग्य युवा नेता अनुराग ठाकुर इस महत्वपूर्ण विषय पर निर्णय लेकर एक ऐतिहासिक काम करेंगे।


Himachal Latest

Live video

Jobs/Career

Trending News

  • Crime

  • Accident

  • Politics

  • Education

  • Exam

  • Weather