ऋषि महाजन/जवाली। कृषि व पशु पालन मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने वीरवार को जवाली विधानसभा के संयुक्त कार्यालय प्रांगण में किसानों को खेतीबाड़ी से संबंधित तकनीकों के बारे जागरूक करने के लिए कृषि विभाग द्वारा आयोजित किसान मेले का शुभारंभ किया।
किसानों को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिकों द्वारा शोध किए जाते हैं, जिससे समय के साथ नई आधुनिक तकनीकें विकसित होती रहती हैं और इन तकनीकों को खेतों तक पहुंचाने के लिए किसानों को जागरूक करने में किसान मेलों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है।
कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है और इसके लिए किसानों के लिए कई योजनाएं चलाई गई हैं। चंद्र कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए कृषि क्षेत्र के विकास एवं सुदृढ़ीकरण पर बल दे रही है।
गांवों के आत्मनिर्भर बनने की परिकल्पना तभी संभव होगी, जब किसान आत्मनिर्भर होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कृषि से संबंधित विभिन्न विकास कार्यक्रमों को लागू करके फसलों की उत्पादकता तथा गुणवत्ता को बढ़ा कर कृषक समुदाय को सशक्त करने के दिशा में कार्य कर रही है।
कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है। किसानों को प्राकृतिक खेती की तरफ प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार प्राकृतिक रूप से उगाई गई गेहूं तथा मक्की को 40 तथा 30 रुपए के समर्थन मूल्य पर खरीदेगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में विकास के लिए भी हर संभव प्रयास कर रही है। कांगड़ा जिला के ढगवार में आधुनिक दुग्ध संयंत्र खोला जा रहा है। गांवों में दुग्ध सहकारी समितियों का गठन किया जा रहा है, जिनके माध्यम से गांवों में दूध एकत्रित किया जाएगा और रेफ्रिजरेटर मिल्क वैन के जरिए संयंत्र तक पहुंचाया जाएगा, जहां दूध के विभिन्न उत्पाद तैयार किए जाएंगे।
कृषि मंत्री ने मेले में विभिन्न विभागों द्वारा लगाई प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया। मेले में किसान भाई-बहनों ने कृषि से संबंधित अपने प्रश्न भी पूछे, जिनके उत्तर विस्तार से कृषि विभाग के अधिकारियों ने दिए। मेले में किसानों के खेतों की मिट्टी की हेल्थ भी जांची गई। मेले में खेतों में स्प्रे करने के लिए ड्रोन शो आयोजित किया गया, जिसका निरीक्षण कृषि मंत्री ने किया।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. पवन शर्मा ने कृषि मंत्री को शॉल, टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंनें किसानों को किसान मेले के उद्देश्य तथा विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों बारे जानकारी दी।
उपनिदेशक डॉ. राहुल कटोच ने भी किसानों को मृदा परीक्षण के फायदे, फसलों में बीमारी के रोकथाम के उपाय, नैनो फर्टिलाइजर, फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड और अन्य योजनाओं के बारे में बताया।
इस अवसर पर कृषि मंत्री ने जाइका परियोजना के चार, कृषि विभाग के तेरह तथा आत्मा परियोजना के सात प्रगतिशील किसानों को प्रोत्साहन राशि के चेक वितरित कर सम्मानित किया।
उन्होंने टीबी मुक्त पंचायतों भाली, कटोरा, सकरी, दरकाटी, लुधियाड़, नाना, भलूं, मतलाहड़ और ग्राम पंचायत नाना बंड़ेरु को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इसके साथ अठारह किसानों को सॉइल हेल्थ कार्ड वितरित किए गए। मुख्यमंत्री शगुन योजना के अंतर्गत 9 लाभार्थियों को 31-31 हजार के चेक तथा बेटी है अनमोल योजना के अंतर्गत 11 लाभार्थियों को भी एफडीआर वितरित की गई।
इस अवसर पर कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. पवन शर्मा, उपनिदेशक डॉ. राहुल कटोच, आत्मा के परियोजना निदेशक डॉ. आरके भारद्वाज, एसएमएस ज्योति राणा, जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता अजय शर्मा, बीडीओ श्याम सिंह, कांग्रेस प्रवक्ता संसार सिंह संसारी, पंचायती राज जिला अध्यक्ष मनमोहन सिंह, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष बशीर मोहम्मद, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष चैन सिंह गुलेरिया, किसान सलाहकार समिति के अध्यक्ष विवेक ठाकुर, ओबीसी संगठन के उपाध्यक्ष अश्वनी चौधरी, विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारीगण तथा किसान भाई-बहन उपस्थित रहे।