सिरमौर में आपदा ने उजाड़े घर : लापता बुजुर्ग का शव मिला, 4 की तलाश जारी
ewn24news choice of himachal 10 Aug,2023 12:44 pm
भारी-भरकम चट्टानों और मलबे के नीचे दब गया घर
पांवटा साहिब। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में कुदरत का ऐसा कहर बरपा कि एक हंसता-खेलता परिवार ही उजड़ गया। आपदा ने परिवार को ऐसा घेरा कि ये परिवार न तो जान बचा कर भाग पाया न ही किसी की मदद मांग पाया।
परिवार में दादा-दादी, मां और दो बच्चे शामिल हैं। परिवार के मुखिया का शव मिल गया है, लेकिन बाकी चार सदस्य अभी भी लापता हैं। इनकी तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया है।
सिरमौर जिला के पांवटा साहिब उपमंडल के सिरमौरी ताल के नजदीक मालगी, औली में बुधवार रात बादल फटा है। सिरमौरी ताल में तीन घर बादल फटने से आई बाढ़ व मलबे के पानी में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं।
दो घरों के लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया, जबकि एक परिवार के पांच सदस्य लापता थे। इनमें से एक का शव मिला है बाकियों की तलाश जारी है। गिरी नदी इस समय भी उफान पर है।
परिवार के पांच सदस्यों में कुलदीप सिंह (62) पुत्र संत राम, जीतो देवी (55) पत्नी कुलदीप सिंह, रजनी देवी (31) पत्नी विनोद कुमार, नितेश (10) पुत्र विनोद कुमार और दीपिका (8) पुत्री विनोद कुमार निवासी सिरमौरी ताल तहसील पांवटा साहिब लापता हुए। इनमें से परिवार के मुखिया कुलदीप सिंह का शव मिला है।
प्रशासन और स्थानीय लोगों ने पूरी रात राहत व बचाव कार्य किया। मुगलवाला करतारपुर पंचायत के सिरमौरी ताल में 100 से अधिक सदस्यों को उनके घरों में मलबे के बीच से निकालकर रेस्क्यू किया गया।
कुलदीप सिंह के घर पर भारी-भरकम चट्टानों और मलबे के नीचे दब गया। राजबन बाबा पत्थर नाथ मंदिर से लेकर सिरमौरी ताल तक की तीन-चार किलोमीटर सड़क को बहाल करने में ही एलएनटी मशीनों को पूरी रात मशक्कत करनी पड़ी।
सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर, पेड़ और कीचड़ इतना भर गया था कि उसे साफ करना मुश्किल हो रहा था। बावजूद इसके एनएच पर कार्य कर रही कंपनी की मशीनों के चालकों ने रात भर सड़क बहाली का कार्य किया।