देहरा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि हिमाचल सरकार व्यवस्था परिवर्तन से आत्मनिर्भर हिमाचल की तरफ कदम बढ़ा रही है। पिछली भाजपा सरकार हिमाचल पर 75 हजार करोड़ से अधिक का कर्ज और करीब 10 हजार करोड़ कर्मचारियों की देनदारियां छोड़ गई है। हाल यह हैं कि प्रदेश को कर्ज और ब्याज चुकाने के लिए भी कर्ज लेना पड़ रहा है।
100 रुपए में से वेतन पर 25, पेंशन पर 17, ब्याज चुकाने पर 11 और कर्ज अदायगी पर 9 रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। बाकी बचे 28 रुपये विकास कार्य आदि पर खर्च करने पड़ रहे हैं।
यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा के देहरा में कही। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देहरा में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में शिरकत की।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान रोजगार के 31 हजार अवसर सृजित किए हैं। इसकी तुलना में पूर्व सरकार ने 20 हजार नौकरियां दी थीं, इसमें अधिकतर कानूनी दांव पेंच में उलझी रहीं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने संबोधन में 75 साल के पेंशनर और फैमिली पेंशनर को लेकर बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि 75 साल के पेंशनर और फैमिली पेंशनर को सारे एरियर की अदायगी एक साथ कर दी जाएगी।
उन्होंने अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों और पेंशनर को भी आश्वासन दिया कि उनकी बकाया राशि की अदायगी भी अगले साल तक कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देहरा में बिजली बोर्ड एसई और जल शक्ति विभाग एसई ऑफिस खोलने की भी घोषणा भी की। साथ ही देहरा में बीएमओ ऑफिस खोलने का भी ऐलान किया है।