चंद्रताल रेस्क्यू ऑपरेशन : मैसेंजर टीम मौके पर पहुंची, 300 लोगों के आज सुरक्षित लौटने की उम्मीद
ewn24news choice of himachal 12 Jul,2023 1:23 pm
तीव्र गति से चला हुआ है मार्ग बहाल करने का कार्य
काजा। लाहौल-स्पीति के चंद्रताल में फंसे 300 लोगों के लिए चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन के दूसरे दिन 12 किलोमीटर रोड़ बहाल किया गया है। अभी कुल 25 किलोमीटर और दूरी चंद्रताल टैंट कैंप तक शेष बची है।
एडीसी राहुल जैन ने जानकारी देते हुए कहा कि भारी बर्फबारी के कारण तीन से चार फीट की बर्फ कुंजम पास से चंद्रताल की ओर है। इसी के साथ शाम होते ही तापमान में भारी गिरावट आ रही है। माइनस 5 से अधिक तापमान जा रहा है।
एडीसी राहुल जैन ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन के दूसरे दिन स्पीति प्रशासन की ओर से छह सदस्यीय मैसेंजर टीम कुंजुम दर्रे से चंद्रताल टेंट कैंप के लिए दोपहर ढाई बजे भेजी गईं जोकि शाम 6.45 बजे पहुंच गए थे। मैसेंजर टीम 7 किलीमीटर बर्फ में पहाड़ क्रॉस करके गई है।
इस मैसेंजर टीम में पांगमो गांव से गायलसन और तेंजिन नामका, हल गांव से नामग्याल और छेरिंग, लोसर गांव जेई टशी केशग और केषांग पलजोर शामिल है। इनके पास सैटेलाइट फोन भी दिया गया है।
चंद्रताल में सभी लोग सुरक्षित हैं। दूसरे दिन रात को 10 बजे तक सड़क खोलने का कार्य किया गया है। भारी बर्फबारी के कारण पैदल भी फंसे हुए लोगों को रेस्क्यू करना मुश्किल भरा है।
ऑपरेशन के तीसरे दिन बुधवार को सुबह साढ़े पांच बजे से सड़क खोलने का कार्य शुरू कर दिया है। काजा से समुदो मार्ग अभी बहाल नहीं हो पाया है। मार्ग बहाल करने का कार्य तीव्र गति से चला हुआ है।
एडीसी राहुल जैन ने बताया कि हमें आशंका है कि बातल में कुछ लोग फंसे हो सकते हैं इसलिए स्थानीय युवकों की टीम बातल में रेकी करने के लिए आज सुबह भेजी गई है। हमारा लक्ष्य है कि आज चंद्रताल तक पहुंचने का है ताकि लोग रेस्क्यू आज ही किया जाए।
एसडीएम हर्ष नेगी, तहसीलदार भूमिका जैन, नायब तहसीलदार प्रेम चंद, SHO संजय कुमार, टीएसी सदस्य वीर भगत, लोसर महिला मंडल भोजन व्यवस्था का जिम्मा संभाले हुए हैं। इसके साथ ही आईटीबीपी, बीआरओ, स्थानीय लोगों में छेवांग लिदांग गांव से, गोंपो क्यूलिग गांव से अमित मंडाला आदि शामिल है।