हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग को लेकर पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बड़ा खुलासा किया है। सुक्खू ने बताया कि जांच एजेंसियों ने जो रिपोट सौंपी है, उसमें हैरान कर देने वाली बातें सामने आई हैं।
पता चला है कि कर्मचारी चयन आयोग द्वारा अभी तक जिन भर्तियों का रिजल्ट नहीं निकाला गया है उन भर्तियों के पेपर भी बेचे गए हैं। यानी आयोग की भर्तियों में पेपर बेचने का सिलसिला काफी लंबे समय से चल रहा था।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी कह चुके हैं कि पिछले पांच से साल से यह धंधा चल रहा था और हर बार 60 फीसदी भर्तियों में धांधली हुई है। सुक्खू ने कहा है कि यह बेहद ही गंभीर मामला है, क्योंकि जो युवा वर्ग, गरीब माता-पिता का बेटा या बेटी सोचते थे कि सरकारी नौकरी में जाएंगे।
इसके लिए वह फार्म भरते हैं, टेस्ट पास करते हैं और बाद में पता चलता है कि संबंधित भर्ती का पेपर बिका है, तो उस पर क्या गुजरती होगी। निश्यच ही यह जांच का विषय है और सरकार इस पर गंभीर है। सीएम ने कहा कि हम युवाओं को यकीन दिलाते हैं कि सरकार एक पारदर्शी फार्मूला लाएगी और योग्य उम्मीदवार को सरकारी नौकरी मिलेगी।