हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार देगी
शिमला। माता-पिता अपने बच्चों को हर माह जेब खर्च देते हैं। इससे बच्चों की कई जरूरतें पूरी होती हैं। वहीं, युवा घूमने फिरने के लिए भी इसका प्रयोग करते हैं। पर जिनके माता-पिता नहीं हैं, उन्हें अपनी कई इच्छाओं को दबाना पड़ता है। पर अनाथ बच्चे अब टेंशन न लें।
अगर उन्होंने कहीं घूमने फिरने जाना है तो पैसों की कम आड़े नहीं आएगी। हिमाचल की सुक्खू सरकार इन बच्चों को हर माह 4 हजार रुपए जेब खर्च देगी। इसके लिए हिमाचल में मुख्यमंत्री सुखाश्रय सहायता कोष किया गया है। इसमें 101 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
वहीं, दिवाली पर पटाखे, लोहड़ी पर मूंगफली, गजक और होली पर रंग खरीदने को भी पैसे नहीं हो तो भी चिंता करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि सरकार ने हर त्यौहार में अनाथ बच्चों को 500 रुपए फेस्टिव भत्ता देने का भी ऐलान किया है। इसके अलावा मुफ्त शिक्षा भी दी जाएगी। एक माता पिता की तरह अनाथ बच्चों के जीवन यापन की जरूरतों का ख्याल सरकार रखेगी।
हिमाचल के करीब 6 हजार बच्चे अब अपने आप को अनाथ न समझें। उन्हें माता पिता के रूप में सुक्खू सरकार मिल गई है। अपनी पढ़ाई, खर्चे और अन्य जरूरतों की चिंता न करें। बस एक शिक्षित और सभ्य नागरिक बनकर देश और प्रदेश के विकास में योगदान दें। हिमाचल में मुख्यमंत्री सुखाश्रय सहायता कोष सामाजिक, न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से शुरू होगा।
सरकार ने अनाथ बच्चों के लिए बड़ी पहल की है। अब हिमाचल की जनता भी इसमें अपना योगदान दे। हिमाचल के लोगों से भी आग्रह है कि वे भी अपने आसपास ऐसे बच्चों पर नजर रखें और अगर कहीं ऐसा बच्चा हो तो विभाग को इसकी सूचना दें।
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