ऋषि महाजन/नूरपुर। कांगड़ा जिला के नूरपुर में प्राइवेट गाड़ी मालिकों और कोटला टैक्सी यूनियन के बीच विवाद गहराता जा रहा है। वीरवार को प्राइवेट गाड़ी मालिक कंडवाल में आरटीओ से मिले और उन्हें ज्ञापन सौंपा।
प्राइवेट गाड़ी वालों का कहना है कि कोटला टैक्सी यूनियन वालों को किसने गाड़ियां रोककर चेकिंग करने का अधिकार दे दिया। उनका आरोप है कि अगर वह अपने फैमिली मेंबर या रिलेशन में किसी के साथ भी गाड़ी में जा रहे होते तो टैक्सी यूनियन वाले गाड़ी को रुकवाकर आधार कार्ड चेक करवाने को कहते हैं। इससे बेइज्जती महसूस होती है।
प्राइवेट गाड़ी मालिक अरुण कुमार ने कहा कि वह 1997 से गाड़ी चला रहे हैं। उस समय प्राइवेट गाड़ी का भी टैक्स कटता था। अब यह यूनियन वाले कहीं से आ गए और गाड़ियों को रोककर कागज पत्र चेक करने लगे हैं।
पहले उन्होंने भी टैक्सी रखी थी, लेकिन यहां आसपास न कोई टूरिस्ट स्थल है, ऐसे में सवारी कहां से मिलेगी। वह लोकल 10 से 20 किलोमीटर ही चलते हैं। वह गरीब लोग हैं, गाड़ियां चलाकर परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं।
अजय कुमार ने बताया कि वह अपने पड़ोसी को लेकर पठानकोट अस्पताल जा रहे थे। गाड़ी रुकवाकर उनका तीन हजार का चालान करवा दिया। उन्होंने कहा कि टैक्सी यूनियन वाले तंग करते हैं और मारपीट करने की कोशिश करते हैं।
एक अन्य प्राइवेट गाड़ी मालिक ने कहा कि वह खज्जियां में गाड़ी चलाते हैं। यहां कोई अगर कोई बीमार हो जाए और उसे नूरपुर अस्पताल ले जाना हो तो इमरजेंसी में कोटला से टैक्सी आएगी। रात को इमरजेंसी पड़े तो कोटला से कौन आएगा।