ऊना। प्यार में पागल और मां-बाप की इज्जत को दांव पर लगाने को तैयार लड़कियां एक बार ये खबर जरूर पढ़ें और उसके बाद फैसले करें कि उन्हे जीवन में किस राह पर आगे बढ़ना है। मामला हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला का है। जहां एक युवती भी अंधे प्यार का शिकार हो गई और फिर अपनी जान से भी हाथ धो बैठी।
ऊना जिला के उपमंडल बंगाणा की उप तहसील जोल की वैरियां पंचायत की 24 वर्षीय युवती अंशिका ने शायद कभी सोचा भी नहीं होगा कि वह जिस युवक के लिए अपनी पूरी जिंदगी दांव पर लगाने को तैयार है वही उसको मौत के घाट उतारने की प्लानिंग कर रहा है।
अंशिका की मां सुरेंद्रा देवी ने बताया कि लगभग 4-5 महीने पहले भिंडला निवासी प्रवेश कुमार से उनकी बेटी ने कोर्ट मैरिज की थी। प्रवेश कुमार सेना में तैनात है। चाचा संजीव कुमार (सेवानिवृत्त फौजी) इस विवाह से खुश नहीं था। संजीव कुमार अक्सर अंशिका और उसके परिवार को जान से मारने की धमकियां देता था।
उन्हें बाद में पता चला कि अंशिका चार माह की गर्भवती है। इसके बाद पारंपरिक रस्मों के अनुसार 24 सितंबर को उनकी शादी तय की गई थी। परिवार और रिश्तेदार बारात के स्वागत की तैयारियों में व्यस्त थे। 22 सितंबर की रात करीब 1:00 बजे अंशिका अचानक घर से लापता हो गई।
पूरा परिवार और ग्रामीण पूरी रात उसकी तलाश करते रहे लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अगले दिन 23 सितंबर को जंगल में ड्यूटी पर तैनात एक फॉरेस्ट गार्ड की नजर अधजले शव पर पड़ी। पुलिस को सूचना दी गई और मौके पर पहुंची टीम ने शव कब्जे में लेकर परिजनों को बुलाया। पहचान के बाद पुष्टि हुई कि वह शव अंशिका का ही था।
अंशिका का मंगेतर प्रवेश कुमार जो सेना में कार्यरत है और 23 सितंबर की सुबह ही ड्यूटी पर लौट गया था। पुलिस ने जब मामले की गहन जांच की तो आरोपी प्रवेश कुमार ने अपना गुनाह कबूल कर लिया । पुलिस पूछताछ में प्रवेश कुमार ने बताया कि उस पर शादी का दबाव बनाया जा रहा था, जबकि वह शादी नहीं करना चाहता था।
पीछा छुड़ाने के लिए उसने पहले ही अंशिका को रास्ते से हटाने की साजिश रच ली थी। 23 सितंबर की रात प्रवेश ने अंशिका को बुलाकर उसकी हत्या की। अभी तक प्रवेश यह स्पष्ट नहीं कर पाया है कि हत्या में किस हथियार का इस्तेमाल किया गया और शव को जलाने के लिए किस सामग्री का प्रयोग हुआ।
वहीं, दूसरा आरोपी संजीव कुमार की भूमिका अब भी संदिग्ध बनी हुई है। जानकारी है कि उसका चाचा संजीव कुमार प्रवेश को छोड़ने के लिए जम्मू तक गया था, लेकिन उसकी संलिप्तता पर अभी खुलासा बाकी है। संजीव भी इस शादी के खिलाफ था और उसने कई बार इसका विरोध किया था। इस घटना ने पूरे क्षेत्र को गहरे शोक और आक्रोश में डाल दिया है। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंपा, जिसके बाद गुरुवार सुबह अंशिका का अंतिम संस्कार किया गया।
पुलिस अधीक्षक अमित यादव ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और शुक्रवार को उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि पूछताछ के जरिए हत्या में प्रयुक्त हथियार को जल्द बरामद किया जाएगा। संजीव कुमार की भूमिका स्पष्ट करने के लिए उससे भी गहन पूछताछ की जा रही है। जल्द इसका खुलासा किया जाएगा।