हिमाचल: 90 स्कूलों को किया डिनोटिफाई, जयराम के विस क्षेत्र से ही 23 स्कूल
ewn24news choice of himachal 27 May,2023 6:47 pm
1 अप्रैल 2022 के बाद अपग्रेड स्कूल किए डिनोटिफाई
शिमला।हिमाचल सरकार ने छात्रों की कम संख्या होने पर 90 स्कूलों को डिनोटिफाई किया है। इस बारे नोटिफिकेशन जारी कर दी है। डिनोटिफाई स्कूलों में 36 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक, 34 हाई और 20 मिडल स्कूल शामिल हैं। इसमें 30 स्कूल मंडी जिला से संबंधित हैं। उसमें भी 23 स्कूल पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र से हैं। मिडल स्कूल की बात करें तो 30 मिडल स्कूलों में मंडी जिला से 6 स्कूल डिनोटिफाई किए हैं। सराज विधानभा क्षेत्र से 4 स्कूल संबंधित हैं।
मंडी जिला में 14 हाई स्कूलों को डिनोटिफाई किया गया है। इसमें 12 सराज से हैं। सीनियर सेकेंडरी स्कूलों की बात करें तो मंडी से 10 स्कूलों पर चाबुक चला है। इसमें 7 सराज से हैं। बता दें कि मिडल में 15 छात्रों, हाई में 20 छात्रों और सीनियर सेकेंडरी में 25 छात्रों से कम संख्या वाले स्कूलों को डिनोटिफाई किया है।
हिमाचल में विंटर स्कूलों में 31 मार्च और समर क्लोजिंग स्कूलों में 15 अप्रैल तक का आंकड़ा देखा गया है। ये स्कूल 1 अप्रैल 2022 के बाद अपग्रेड किए थे। डिनोटिफाई स्कूलों में मंडी जिला के 30, चंबा के 13, शिमला के 11, सिरमौर के 10, कांगड़ा के 9, कुल्लू, सोलन के पांच-पांच, बिलासपुर के चार , ऊना, किन्नौर और हमीरपुर का एक-एक स्कूल है।
मिडल स्कूलों में बिलासपुर के दो, चंबा के तीन, कुल्लू के चार, मंडी के 6, शिमला रामपुर का एक, सिरमौर के तीन और ऊना का एक स्कूल शामिल है। हाई स्कूलों की बात करें मंडी जिला के 14 स्कूल हैं। इसमें 12 स्कूल पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र सराज से संबंधित हैं और दो दरंग से हैं।
चंबा के 6, सोलन के दो, बिलासपुर का एक, हमीरपुर का एक, तीन कांगड़ा, कुल्लू का एक, सोलन-शिमला के दो-दो, सिरमौर के चार स्कूल डिनोटिफाई किए हैं। सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में मंडी के 10, शिमला के 8, कांगड़ा के 6, चंबा जिला के चार, सिरमौर और सोलन के 3-3, किन्नौर, बिलासपुर का एक-एक स्कूल शामिल हैं।
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ सरकार के इस फैसले का विरोध किया है। क्योंकि जो आंकड़ा सरकार ने लिया है, वह 31 मार्च तक का है। प्रान्त महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर ने कहा कि सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए और संख्या 31 मई की स्थिति में लेनी चाहिए।