चंबा। हिमाचल के चंबा जिला के विकासखंड मैहला की चढ़ी पंचायत के सूताह गांव में दिल दहला देने वाली घटना हुई है। सूताह गांव के संजू के मकान पर भूस्खलन के चलते बड़ा पत्थर गिरने से बेटी और दामाद की मौत हो गई।
अब इसे संजू के परिवार पर कुदरत की मार कहें या फिर अनदेखी का भारी पड़ना। क्योंकि परिवार को इस बड़े पत्थर से किसी अनहोनी का पहले से ही डर था। करीब दो साल पहले संजू ने इसको लेकर पंचायत उपप्रधान पविंद्र कुमार से बात भी की थी।
इसके बाद पंचायत उपप्रधान पविंद्र कुमार के साथ तत्कालीन डीसी को ज्ञापन भी सौंपा था। उपप्रधान पविंद्र कुमार के साथ संजू ने डीसी से पत्थर को ब्लास्ट आदि से तोड़ने की मांग की थी। बताया था कि पत्थर कभी भी गिरकर नुकसान कर सकता है, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। ज्ञापन कहीं फाइलों आदि में ही रह गया।
जब इसके बारे में पूछा गया तो कभी बजट न होने की बात कही गई तो कभी कुछ और। इसके बाद अब दो साल बाद संजू के परिवार की आशंका हकीकत में बदल गई, जिसका डर परिवार को था, वहीं हुआ। वहीं, बड़ा पत्थर मकान पर गिरा और संजू की बेटी पल्लवी और दामाद राहुल की जान ले गया।
चढ़ी पंचायत उपप्रधान पविंद्र कुमार ने बताया कि करीब अढ़ाई साल पहले संजू ने उन्हें पत्थर के बारे बात की थी। संजू के परिवार को खतरा था कि पत्थर कभी गिर सकता है। वह पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह से भी मिले थे। मंत्री ने डीसी चंबा से मिलने के लिए कहा था। इसके बाद संजू को साथ लेकर डीसी चंबा को ज्ञापन सौंपा था।
डीसी चंबा ने बीडीओ मैहला को इस बारे निर्देश देने की बात कही थी। पर ज्ञापन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। कभी बजट न होने की बात कही गई तो तो कभी अन्य कोई कारण बताया गया। पंचायत अपने स्तर पर इस समस्या का समाधान नहीं कर सकती थी। क्योंकि पत्थर को ब्लास्टिंग आदि के तोड़ने पर भी खतरा था। मकान को खाली करवाकर बड़ी सावधानी से ही ऐसा किया जा सकता था। उन्होंने कहा कि अभी उनके पास ज्ञापन की कॉपी नहीं है।
सूताह के संजू ने पांच माह पहले यानी फरवरी में अपनी तीसरे नंबर की बेटी पल्लवी की शादी कियानी के राहुल के साथ बड़ी धूमधाम से की थी। पांच दिन पहले पल्लवी मायके आई थी। रविवार को पल्लवी का पति राहुल उसे वापस ले जाने के लिए अपने ससुराल पहुंचा था।
रविवार रात को सबने खाना खाया और सोने चले गए। उस वक्त बारिश हो रही थी। पल्लवी और उसका पति राहुल पुराने मकान के साथ ही नए बनाए कमरे में सो रहे थे। परिवार के अन्य सदस्य पुराने कमरे में सो रहे थे।
आधी रात के बाद भूस्खलन के चलते घर के पिछली तरफ एक बड़ा पत्थर गिर गया। जिस कमरे में पल्लवी और राहुल सोए थे, वह कमरा पत्थर की चपेट में आकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इसमें पल्लवी और राहुल की मौत हो गई। पुराने कमरे में सोए लोग बाल बाल बचे।
मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों की मदद से दोनों के शव मलबे से बाहर निकाले। संजू खेतीबाड़ी करते हैं। पल्लवी के अलावा उनकी चार अन्य बेटियां हैं। पल्लवी सहित तीन की शादी हो चुकी है। वहीं, दो अभी अविवाहित हैं।
पल्लवी तीसरे नंबर वाली बेटी थी। अब संजू के घर में में माता, पत्नी और दो बेटियां और भाई है। लोगों ने सरकार और जिला प्रशासन से संजू की हर संभव सहायता करने की मांग की है।