रेखा चंदेल झंडूता/ घुमारवीं। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला के उपमंडल झंडूता के गांव मुकडाना में एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है।
6-7 माह पहले आंगन में गिरने से मां की रीढ़ की हड्डी टूट गई तो अब इकलौते बेटे की करंट लगने से मौत हो गई है। यही बेटा परिवार के पालन पोषण का सहारा था।
बता दें कि 18 सितंबर 2025 को शमशेर सिंह के घर सुबह 6:30 बजे बिजली की तारों से करंट लगने से उनके बेटे संजीव कुमार (41) की मृत्यु हो गई। सुबह 6:30 बजे संजीव कुमार के पिताजी जब उठे तब उन्होंने देखा कि उनका बेटा बिजली की तारों में लिपटा हुआ था।
उन्होंने लकड़ी से तारों को हटाया, लेकिन संजीव कुमार की जान चली गई थी। अब यह नहीं पता चल पाया है कि तार पहले से टूटकर गिरी थी या उसी वक्त गिरी, जब संजीव कुमार कमरे से बाहर निकला। क्योंकि उस दिन बारिश थी।
संजीव कुमार इकलौता बेटा था और सारा परिवार उसी के ऊपर निर्भर था। उनका 11 महीने का बेटा है। उनकी मां पिछले 6- 7 महीनों से बिस्तर पर ही हैं।
यह परिवार बहुत ही निर्धन है। यहां तक की परिवार के पास कोई जगह भी नहीं जहां वह खेतीबाड़ी कर सकें। लोगों ने सरकार और बिजली बोर्ड से आग्रह किया है कि इस परिवार की ज्यादा से ज्यादा मदद की जाए।