धर्मशाला। कोतवाली बाजार धर्मशाला के समीप एक व्यक्ति पर हुए पिस्तौल से फायर मामले को पुलिस ने 32 घंटे के अंदर सुलझा लिया है। पुलिस ने मामले में शामिल पांच आरोपियों को रविवार को पंजाब के अमृतसर से गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, 19 व 20 सितंबर 2025 की मध्य रात्रि को कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा स्थानीय युवकों के साथ लड़ाई झगड़े के दौरान एक व्यक्ति पर पिस्तौल से फायर किया गया था। इस गंभीर घटना के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए।
इस घटना के संबंध में थाना धर्मशाला में अभियोग संख्या 153/2025 दिनांक 20.09.2025 अन्तर्गत धारा 191(2), 191(3), 190, 352, 115(2), 351(3), 109 भारतीय न्याय संहिता, 2023 तथा धारा 25 आयुध अधिनियम, 1959 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। यह एक बिल्कुल ब्लाइंड केस था क्योंकि आरोपियों की पहचान अथवा घटनास्थल पर कोई ठोस सुराग उपलब्ध नहीं था।
इस पर तुरन्त एक विशेष टीम का गठन करके वाहरी राज्य में आरोपियों की तलाश के लिए भेजा गया। इस टीम ने घटना की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए तत्काल प्रभाव से आरोपियों की पहचान व गिरफ्तारी के लिए हर सम्भव प्रयास आरंभ किए। टीम द्वारा पड़ोसी राज्य पंजाब के विभिन्न संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी गई।
सघन छानबीन, तकनीकी सहायता व गुप्त सूचना तंत्र के माध्यम से 32 घंटों के भीतर इस घटना में शामिल सभी 5 आरोपियों को दिनांक 21 सितंबर 2025 रविवार को पंजाब के अमृतसर से गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपियों में जसप्रीत सिंह (30) पुत्र हरपाल सिंह, निवासी राजगढ़ नंगल, तहसील बटाला, जिला गुरदासपुर (मुख्य आरोपी, जिसने गोली चलाई थी) , रणजीत सिंह (28) पुत्र अमर सिंह, निवासी गाँव कोटला बाजा सिंह, डाकघर ददियाला नाजारा, तहसील बटाला, जिला गुरदासपुर, पंजाब , अर्शप्रीत सिंह (31) पुत्र हरपाल सिंह, निवासी राजगढ़ नंगल, तहसील बटाला, जिला गुरदासपुर, जितेन्द्र सिंह (24) पुत्र जोगिन्द्र पाल, निवासी नवरूप नगर, सिविल अस्पताल बटाला, तहसील बटाला, जिला गुरदासपुर और नीरज (26) पुत्र श्री राजेश कुमार, निवासी गाँव कडी हट्टी रोड, गली नंबर-04, खजूरी गेट, तहसील बटाला, जिला गुरदासपुर शामिल हैं।
आरोपियों द्वारा घटना के समय प्रयोग की गई गाड़ी को भी कब्जा में लिया गया है। गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्रवाई नियमानुसार प्रगति पर है। उनसे पूछताछ के आधार पर अन्य तथ्यों की पुष्टि की जा रही है।
जिला कांगड़ा पुलिस की अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति के तहत यह कार्रवाई अमल में लाई गई है। कांगड़ा पुलिस यह स्पष्ट करना चाहती है कि अपराध में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा तथा कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की किसी भी कोशिश के साथ कानूनन सख्त कार्यवाही की जाऐगी।