शिमला। हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (HPPCL) के जीएम विमल नेगी मामले में सरकार ने बड़ी कार्रवाई अमल में लाई है। सरकार ने मामले की जांच के आदेश जारी किए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव (होम/राजस्व) ओंकार शर्मा को जांच का जिम्मा सौंपा है। वह 15 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे।
वहीं, एचपीपीसीएल के एमडी हरिकेश मीणा और डायरेक्टर इलेक्ट्रिकल देश राज को पद से हटा दिया गया है। आईएएस राकेश प्रजापति को एमडी का कार्यभार सौंपा गया है। डायरेक्टर सिविल सुरिंद्र कुमार डायरेक्टर इलेक्ट्रिकल का कार्यभार देखेंगे।
बता दें कि किन्नौर जिले के रहने वाले जीएम विमल नेगी शिमला में तैनात थे। वह 10 मार्च को अचानक लापता हो गए थे। आखिरी बार बिलासपुर के घुमारवीं में वह सीसीटीवी में स्पॉट हुए थे। मामले में एसआईटी भी गठित की थी। विमल नेगी की तलाश के लिए परिजनों ने एक लाख रुपए का इनाम भी रखा था।
हिमाचल के बिलासपुर जिला में शाहतलाई थाने के तहत भाखड़ा डैम में मंगलवार को एक शव मिला। ये शव झंडूता विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत पपलोआ के गाह के पास मिला। ये शव पावर कारपोरेशन लिमिटेड (HPPCL) के लापता जीएम (इलेक्ट्रिकल) विमल नेगी का निकला।
शव मिलने के बाद बुधवार को विमल नेगी के परिजनों और उनके सहयोगियों ने HPPCL दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। परिजन एमडी को सस्पेंड करने की मांग कर रहे हैं। परिजनों का आरोप है कि विमल नेगी से रात के 2-2 बजे तक काम करवाया जाता था। सुबह जल्दी फिर बुला लिया जाता था। इतना ही नहीं, उन्हें एक भी दिन की छुट्टी नहीं दी जाती थी, जिससे वे भारी मानसिक तनाव में थे। इस बीच सरकार ने उक्त आदेश जारी कर दिए।