Breaking News

  • उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की पुत्री डॉ. आस्था अग्निहोत्री एवं सचिन शर्मा का ‘आशीर्वादोत्सव’
  • बिलासपुर : सुमन चड्ढा ने बढ़ाया मान-शॉटपुट, डिस्कस थ्रो व 100 मीटर दौड़ में जीता स्वर्ण पदक
  • धमेटा के समकड़ में फंदे से झूलती मिली विवाहिता, साढ़े तीन साल पहले की थी लव मैरिज
  • हमीरपुर हैवानियत मामला : ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, देह रखकर शिमला-मटौर एनएच किया जाम
  • हमीरपुर : हैवानियत की भेंट चढ़ी रंजना, दिव्यांग बेटे के सिर से उठा मां का साया
  • ज्वालामुखी : मिट्ठू टेंट हाउस गोदाम में भीषण अग्निकांड, डेढ़ करोड़ रुपए का नुकसान
  • NSIC मंडी में निशुल्क कौशल विकास प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों में एडमिशन शुरू
  • आर्य मर्यादाओं के अग्रदूत विपन महाजन को दिल्ली में मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान
  • विदेशों में नर्सों को रोजगार दिलाने के लिए सरकार ने शुरू किया ओवरसीज रोजगार प्रोजेक्ट
  • नादौन : सीएम सुक्खू मंझेली और कड़साई में ने बांटी सौगात, सुनीं जनसमस्याएं

हिमाचल में ‘हटेगी फुलणू, लौटेगी चरागाह’ अभियान शुरू, सीएम ने दिखाई हरी झंडी

ewn24news choice of himachal 21 Mar,2023 10:11 pm

    लोगों को जागरूक करने के लिए 8 दिन चलेगा अभियान

    शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर ‘हटेगी फुलणू, लौटेगी चरागाह’ अभियान का शुभारंभ किया। इस अभियान का उद्देश्य लोगों को वनों की आग की रोकथाम और लैंटाना प्रभावित क्षेत्रों में पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के बारे में जागरूक करना है।
    हिमाचल : नशे में धुत्त बेटे ने ले ली पिता की जान, दादी पर भी किया हमला

    मुख्यमंत्री ने कहा कि वनों की आग न केवल वन सम्पदा बल्कि क्षेत्र की जैव विविधता, वातावरण और पारिस्थितिकी को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि गर्मियों में सूखे के दौरान वन चीड़ की पत्तियों और सूखे घास-फूस से भर जाते हैं। उन्होंने कहा कि वनों में आग के कारण न सिर्फ वन सम्पदा प्रभावित होती है बल्कि भूमि की उर्वरता के साथ-साथ जल स्त्रोतों को भी नुकसान पहुंचाता है।

    मुख्यमंत्री ने वन संपदा संरक्षण और हानिकारक खरपतवार को जड़ से उखाड़ने के संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। आठ दिन तक चलने वाला यह अभियान 28 मार्च को संपन्न होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वनों के संरक्षण में जन जागरूकता के महत्व पर बल देते हुए कहा कि वन राज्य के लिए बहुमूल्य सम्पत्ति है और हर वर्ष गर्मियों के दौरान वनों में आग की घटनाएं बढ़ जाती हैं जिससे करोड़ों की वन संपदा और अन्य जीव-जंतुओं का नुकसान होता है।
    बद्दी : प्राइवेट बस ने बाइक को मारी टक्कर, चार युवकों की गई जान

    उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से इसे रोकने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जंगल की आग से पारिस्थितिकी तंत्र और अर्थव्यवस्था दोनों पर दुष्प्रभाव पड़ता है। उन्होंने लोगों से इस अभियान को सफल बनाने के लिए वन विभाग को पूर्ण सहयोग देने की अपील की।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि लैंटाना खरपतवार विशेष तौर पर राज्य के निचले क्षेत्रों में पारिस्थितिकी तंत्र को बुरी तरह प्रभावित करता है और इसमें लोगों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लैंटाना कृषि तथा वन भूमि दोनों के लिए ही हानिकारक है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लैंटाना उन्मूलन पर पोस्टर और वनों में आग पर एक पुस्तिका भी जारी की।

    प्रधान मुख्य वन अरण्यपाल (एचओएफएफ) राजीव कुमार ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और अभियान की गतिविधियों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि आठ दिनों के इस अभियान के दौरान प्रचार टीम पारिस्थितिकी बहाली के अंतर्गत 48 केंद्रों तक पहुंच कर लोगों को जागरूक करेगी।

    इन वाहनों में लोगों को वनों में आग से निपटने के प्रति जागरूकता सामग्री उपलब्ध होगी। मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर, विधायक हरीश जनारथा, हिमाचल प्रदेश वन निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची, प्रधान सचिव ओंकार चंद शर्मा, कैम्पा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नागेश कुमार सहित अन्य गणमान्य व वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

Himachal Latest

Live video

Jobs/Career

Trending News

  • Crime

  • Accident

  • Politics

  • Education

  • Exam

  • Weather