धर्मशाला। कांगड़ा पुलिस ने नशा तस्कर की 1 करोड़ 27 लाख 71 हजार 816 रुपए की संपत्ति जब्त की है। कांगड़ा पुलिस द्वारा पारित फ्रीज आदेश को दिल्ली की सक्षम प्राधिकरण ने पुष्टि दी है।
बता दें कि 06 अप्रैल 2025 को संजय कुमार @ छप्पन पुत्र गुरदेव कपूर निवासी गांव व डाकघर रक्कड़, धर्मशाला, जिला कांगड़ा और उसकी साथी सुमन कुमारी @ वर्षा पुत्री प्रताप चंद को 1.246 किलोग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस संबंध में पुलिस थाना धर्मशाला में एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत एफआईआर संख्या 62/25 दिनांक 06/04/2025 दर्ज की गई थी। यह अपराध एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत 10 वर्ष या उससे अधिक की सजा के अंतर्गत आता है।
 इस मामले में पुलिस थाना धर्मशाला, जिला कांगड़ा द्वारा आरोपी संजय कुमार @ छप्पन की अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों की वित्तीय जांच की गई, जिसमें उसके द्वारा अवैध रूप से बनाए गए मकानों, अन्य संपत्तियों और वाहनों का मूल्यांकन किया गया। इसके पश्चात एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68 (एफ) के अंतर्गत पुलिस थाना धर्मशाला द्वारा आरोपी की संपत्तियों को जब्त/फ्रीज करने की कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई।
इस अधिनियम के अंतर्गत यह आदेश भी दिया गया कि जब्त की गई संपत्तियों को न तो बेचा जा सकता है, न खरीदा जा सकता है और न ही किसी अन्य प्रकार से उपयोग में लाया जा सकता है, जब तक कि पुलिस थाना प्रभारी या सक्षम प्राधिकारी SAFEM एवं NDPSA, दिल्ली से अनुमति प्राप्त न हो।
संजय कुमार @ छप्पन लंबे समय से नशे के व्यापार में लिप्त था और उसे पकड़ने के लिए जिला पुलिस द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे थे। इससे पूर्व भी उस पर एनडीपीएस (NDPS) एक्ट के तहत मामला संख्या 39/18 दिनांक 18/03/2018 में मुकदमा दर्ज किया गया था तथा उसके विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत तीन अन्य मामले भी दर्ज हैं।
16 जून 2025 को सक्षम प्राधिकारी एवं प्रशासक, SAFEM एवं NDPSA, दिल्ली से आरोपी संजय कुमार @ छप्पन की दो अवैध संपत्तियों तथा एक वाहन की जब्ती के आदेश प्राप्त हुए। इनमें एक संपत्ति 1,02,94,300, दूसरी 22,59,600 तथा एक महिंद्रा स्कॉर्पियो वाहन 2,17,916 मूल्य की है। 
कुल जब्त की गई संपत्ति का मूल्य 1,27,71,816 है।इसके अतिरिक्त, जिला कांगड़ा पुलिस द्वारा पूर्व में भी 51 लाख की अवैध संपत्ति की जब्ती की पुष्टि की जा चुकी है। यह न केवल कांगड़ा पुलिस की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता का प्रमाण है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि नशे के व्यापार में शामिल लोगों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा। कांगड़ा पुलिस द्वारा नशा तस्करी के खिलाफ कठोर कार्रवाई निरं