ऋषि महाजन/नूरपुर। मूसलधार बारिश के चलते चंबा-भरमौर मार्ग पर लगातार भूस्खलन हो रहा है। इसी बीच श्री मणिमहेश जी यात्रा निलंबन के दौरान हजारों तीर्थयात्री अलग-अलग स्थानों पर फंस गए। हालात बिगड़ने पर जिला प्रशासन के अनुरोध पर 14वीं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम मौके पर तैनात की गई।
कमांडेंट बलजिन्दर सिंह के मार्गदर्शन और निरीक्षक दीपक सिंह असवाल के नेतृत्व में बचाव दल ने 30 अगस्त को चंबा पहुंचते ही रणनीति बनाकर राहत अभियान शुरू किया। पहले ही दिन राख और बग्गा के पास बड़े पैमाने पर फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला गया।
आंकड़ों के अनुसार राख से 192, बग्गा (प्रथम चरण) से 167 और रात्रि ऑपरेशन (द्वितीय चरण) में 270 तीर्थयात्री बचाए गए। केवल एक दिन में ही 629 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला गया।
31 अगस्त को ऑपरेशन और तेज किया गया। बग्गा और धरवाला के पास लगातार लैंडस्लाइड व खराब मौसम के बावजूद टीम ने 830 श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। इस तरह दो दिन में अब तक कुल 1459 तीर्थयात्रियों को राहत प्रदान की जा चुकी है।
NDRF ाकी टीम वर्तमान में बग्गा और धरवाला, दोनों ही संवेदनशील स्थलों पर तैनात है और लगातार बचाव कार्य में लगी हुई है। पहाड़ों से लगातार मलबा गिरने और बारिश की चुनौती के बावजूद टीम राहत अभियान जारी रखे हुए है।
बल के अधिकारियों ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर हर संभव सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है, ताकि कोई भी श्रद्धालु रास्ते में न फंसा रहे।