ऋषि महाजन/नूरपुर। पूर्व मंत्री स्वर्गीय सत महाजन का परिवार निस्वार्थ और निरंतर समाजसेवा की असल मिसाल बनकर उभरे हैं। उनकी मानवीय सोच और सेवा की परंपरा को उनके बेटे पूर्व विधायक अजय महाजन और पौत्र अंबर महाजन आगे बढ़ा रहे हैं।
नूरपुर स्थित ऐंजल दिव्यांग आश्रम के प्रति उनकी निष्ठा केवल सहयोग तक सीमित नहीं, बल्कि यह एक गहरा और सजीव मानवीय रिश्ता बन चुका है। आश्रम की संचालिका अल्का शर्मा बताती हैं कि जब भी बच्चों के लिए किसी तरह की मदद की जरूरत होती है, महाजन परिवार तुरंत आगे आता है।
हाल ही में एक दिव्यांग बच्चे की शिक्षा के लिए सहयोग मांगा गया तो अजय महाजन के बेटे अंबर महाजन ने न केवल तत्काल उसकी फीस जमा करवाई, बल्कि उसकी आगे की शिक्षा का पूरा खर्च उठाने का संकल्प भी लिया। यह भाव न सिर्फ मदद का था, बल्कि मानवीय करुणा और सामाजिक जिम्मेदारी की गहराई को भी दर्शाता है।
स्वर्गीय सत महाजन के समय से ही यह परिवार समाजसेवा में अग्रणी रहा है। नेत्र जांच शिविरों का आयोजन हो, गरीब लड़कियों की शादियों का जिम्मा हो या हाल ही में आई मंडी त्रासदी में गैरी फाउंडेशन के माध्यम से सहायता महाजन परिवार हर मोर्चे पर संवेदनशीलता के साथ सक्रिय रहा है।
आने वाली 30 जुलाई को सत महाजन की जयंती के अवसर पर नूरपुर में पोषण किट वितरित कर समाज में फिर एक सकारात्मक संदेश देने की तैयारी है।
केवल आर्थिक सहयोग ही नहीं, महाजन परिवार अपने व्यक्तिगत खास अवसर जैसे जन्मदिन, सालगिरह आदि भी दिव्यांग बच्चों के साथ मनाते हैं। उनका यह स्नेह और अपनापन बच्चों के चेहरों पर मुस्कान और दिलों में आत्मीयता भर देता है।
महाजन परिवार का यह निरंतर योगदान यह दिखाता है कि समाजसेवा केवल भाषणों और मंचों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि उसे जमीन पर उतर कर किया जाना चाहिए।
आज जब समाज को आपसी सहयोग और संवेदनशीलता की सबसे ज्यादा जरूरत है, ऐसे में अजय महाजन और उनके परिवार की सेवा भावना सभी के लिए एक प्रेरणास्रोत बन गई है।