धर्मशाला। कांगड़ा जिला के धर्मशाला में इंदिरा प्रियदर्शनी हाइड्रल प्रोजेक्ट सोकणी द कोट खनियारा में मनूनी खड्ड में अचानक आई बाढ़ ने कहर बरपाया। बाढ़ के चलते मनूनी खड्ड में आठ मजदूर बह गए। चंबा जिला की तहसील धरवाला के सुनारा निवासी लवली ने जंगल की तरफ भाग कर जान बचाई। लवली ने पिछली रात जंगल में पेड़ के नीचे सोकर गुजारी। वहीं, वीरवार सुबह उसका सामना भालू से भी हुआ।
सर्च टीम द्वारा सुरक्षित रेस्क्यू किए लवली ने मीडिया से बातचीत में बताया कि बुधवार को बारिश हो रही था और काम बंद था। कुछ मजदूर नीचे थे। वह और अन्य कुछ मजदूर बैग लेने के लिए ऊपर की तरफ आए। इसी दौरान अचानक पानी आ गया। वह और उसके साथ अन्य मजदूर भी जान बचाने के लिए भागे।
लवली ने बताया कि उसने पीछे मूड़कर नहीं देखा और जंगल की तरफ भाग गया। वह जंगल में एक किलोमीटर से ज्यादा आ गया। फिर जंगल में एक पेड़ के नीचे सो गया। लवली को जब पूछा गया कि अकेले जंगल में डर नहीं लगा तो उसने कहा कि नींद आ रही थी, डर कहां लगना। वह पेड़ के नीचे सो गया। सुबह करीब 8 बजे उठा। बड़ी जोर से भूख भी लगी थी। वहां से वह नीचे की तरफ आया। रास्ते में उसे 100 मीटर की दूरी पर एक भालू भी दिखा। तब उसे डर लगा।
नाले के पास पहुंचा तो सर्च ऑपरेशन टीम की आवाज सुनाई दी। उसने टीम को अपने वहां पर होने को लेकर आवाज लगाई। इसके बाद उसे रेस्क्यू किया गया। लवली ने बताया कि वहां पर 12 से 13 लोग थे। ऊपर पांच छह लोग थे। इन पांच छह ने जान बचा ली और बाकी बह गए।